कोरोना संक्रमण (Corona Epidemic) के मामले में बीता सप्ताह सबसे ज्यादा खतरनाक साबित हुआ. खासकर रविवार को एक दिन में मिलने वाले कोरोना के नए संक्रमितों की संख्या ने सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए. वर्ल्डोमीटर के मुताबिक देश में एक दिन के अंदर 1,69,899 नए संक्रमित मिले, जो महामारी के बाद से अब तक एक दिन में संक्रमितों की सर्वाधिक संख्या है. इस दौरान 904 और कोरोना मरीजों की मौत हो गई. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने रविवार को देश में ‘टीका उत्सव’ की शुरुआत की और इसे कोविड-19 (COVID-19) के खिलाफ दूसरी बड़ी लड़ाई की शुरुआत बताया. उपचाराधीन मरीजों की संख्या 12 फरवरी को सबसे कम थी, जो 1,35,926 थी, जबकि इसकी सर्वाधिक संख्या 18 सितंबर 2020 को थी. तब यह संख्या 10,17,754 थी.
बीते सप्ताह हर रोज एक लाख से ज्यादा मामले
बीते सप्ताह के सात में से छह दिनों में रोजाना संक्रमण के एक लाख से ज्यादा नए मामले दर्ज किए गए. संक्रमण का ट्रेंड बताता है कि न सिर्फ रोजाना संक्रमण के मामलों में तेजी आई, बल्कि रोजाना ठीक होने वाले में मरीजों की संख्या घट जाने से देश की चिंता बढ़ गई. देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या अब तक के ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गई है. राहत की बात यह रही कि कोरोना जांचें और रोजाना टीकाकरण में तेजी आई जो संक्रमण से लड़ने के लिए बेहद जरूरी है. संक्रमण के मामलों में तेज गति से वृद्धि होने के चलते देश के 15 राज्यों और दिल्ली में स्वास्थ्य ढांचे पर अप्रत्याशित रूप से भार बढ़ गया है. ऐसे में प्राधिकारों ने कहीं अधिक संख्या में कोविड अस्पताल आरक्षित करना शुरू कर दिया है और लोगों की आवाजाही पर रोक बढ़ाने के अलावा मेडिकल आपूर्ति की किसी भी कमी को दूर करने के लिए कदम उठा रहे हैं.
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हर दिन औसतन 1.24 लाख मामले मिले
देश में पिछले सप्ताह हर दिन औसत 1,24,476 नए कोरोना मामले दर्ज किए गए, जबकि पहली लहर के दौरान अधिकतम 97 हजार से कुछ अधिक मामले ही एक दिन के भीतर दर्ज किए गए थे. पिछले रविवार यानी 5 अप्रैल को देश में पहली बार 24 घंटों में एक लाख से कुछ अधिक केस दर्ज किए गए थे. जिसके बाद बीते रविवार यानी 11 अप्रैल की सुबह आठ बजे तक 24 घंटों में 1.52 लाख नए केस आए. इस सप्ताह के सात दिनों में से छह दिनों में रोजाना एक लाख से ज्यादा संख्या में नए केस दर्ज हुए जो भारत में अब तक का सर्वाधिक है. इस समय देश में संक्रमण के कुल मामलों के दोगुने होने की अवधि 60.2 दिन और मौतों के मामलों के दोगुने होने की अवधि 139.5 दिन है.
रेमडेसिविर की किल्लत बढ़ी
केंद्र ने कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के कारण रेमडेसिविर की मांग बढ़ने के मद्देनजर रविवार को कहा कि वायरस रोधी इंजेक्शन और इसके लक्षित प्रभाव देने के लिए इसमें इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री (एपीआई) के निर्यात पर स्थिति में सुधार होने तक रोक लगा दिया है. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इसके अलावा दवा की आसानी से उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए रेमडेसिविर के सभी घरेलू निर्माताओं को अपने विक्रेताओं और वितरकों की जानकारी अपनी वेबसाइट पर प्रदर्शित करने की सलाह दी गई है. कुछ राज्यों से दवा की कमी पड़ने की खबरें हैं.
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70.82 प्रतिशत केस पांच राज्यों से
मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 के कुल मामलों में 70.82 प्रतिशत उपचाराधीन मरीज पांच राज्यों से हैं, जिनमें महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और केरल शामिल हैं. देश में महामारी की शुरूआत होने के बाद से पहली बार कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 11 लाख के आंकड़े को पार कर गई है. इन राज्यों के अलावा दिल्ली, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, तेलंगाना, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में मामलों का प्रतिदिन का ग्राफ ऊपर चढ़ रहा है. इनमें से कई राज्यों ने पाबंदियां लगाई हैं, जैसे कि स्कूलों को बंद करना, रात्रिकालीन कर्फ्यू लगाना, सप्ताहांत लॉकडाउन आदि. हालांकि, पूर्ण लॉकडाउन से इनकार किया गया है लेकिन अस्पतालों में मरीजों की भीड़ उमड़ने के चलते इस पर पुनर्विचार करने के कुछ संकेत मिले हैं.
HIGHLIGHTS
- एक दिन के अंदर 1,69,899 नए कोरोना संक्रमित मिले
- इस दौरान 904 और कोरोना मरीजों की मौत हो गई
- कोविड-19 के मामलों में 70.82 प्रतिशत पांच राज्यों में