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कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की रफ्तार तीन गुनी, अप्रैल-मई हो सकता है भयावह

हर रोज आने वाले औसतन केस के आंकड़ों के अनुसार भारत दुनिया का दूसरा सबसे प्रभावित देश बन गया है.

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Nihar Saxena
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अप्रैल-मई में और भयावह हो सकता है कोरोना संक्रमण.( Photo Credit : न्यूज नेशन)

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देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) संक्रमण के बढ़ते मामलों ने सबके माथे पर बल ला दिया है. नए मामलों की रफ्तार इतनी तेज है कि भारत एक बार फिर अमेरिका (America) से आगे निकल गया है. हर रोज आने वाले औसतन केस के आंकड़ों के अनुसार भारत दुनिया का दूसरा सबसे प्रभावित देश बन गया है. जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के अनुसार भारत (India) में आने वाले कोरोना केस का औसतन आंकड़ा 65,623 पहुंच गया है, जबकि अमेरिका में ये आंकड़ा अभी 65,391 है. औसत मामलों के आंकड़ों में ब्राजील (Brazil) सबसे आगे है, जहां 75,534 केस मिल रहे हैं. जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के उक्त आंकड़े एक हफ्ते के औसत के आधार पर तय किए गए हैं. तेजी से बढ़ते संक्रमण के बीच बेंगलुरु के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISC) के एक अनुमान में कहा गया है कि अगर कोरोना का मौजूदा ट्रेंड जारी रहा तो मई के अंत तक को‍रोना केसों की संख्या 1.4 करोड़ को पार कर सकती है.

5 महीनों में कोरोना केस सबसे ज्यादा
भारत में कोरोना के प्रकोप ने एक बार फिर से प्रचंड रूप धारण कर लिया है. लगातार बढ़ रहे कोरोना मामलों के बीच रविवार को भारत में कोरोना के रेकॉर्ड 93,000 नए मामले सामने आए हैं जो बीते करीब 5 महीनों में एक दिन में सबसे ज्यादा मामले हैं. इस दौरान 514 लोगों ने अपनी जान भी गंवाई है जो 4 दिसंबर के बाद पहली बार है. इसी के साथ ही एक बार फिर रोजाना कोरोना केसों के मामले में भारत दुनिया में पहले नंबर पर पहुंच गया. शुक्रवार को करीब 89,000 नए मामले सामने आए थे जो दुनिया में सबसे ज्यादा थे. इसके बाद अमेरिका (70,024) और ब्राजील (69,662) का नंबर था.

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तीन गुना रफ्तार से बढ़ रही कोरोना की नई लहर
भारत में कोरोना की नई लहर तीन गुनी रफ्तार से बढ़ रही है. दूसरी लहर में एक दिन में केस 20 हजार से 80 हजार पहुंचने में महज 20 दिन लगे. पिछले साल पहली लहर के दौरान इसमें 64 दिन लगे थे. देश में शुक्रवार को 89 हजार से ज्यादा केस आए और यह पिछले साल के ऑल टाइम हाई से महज 9 हजार कम रहे. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इनमें से 81.42% केस 8 राज्यों से हैं. शनिवार को 714 मौतें भी हुईं. इनमें महाराष्ट्र समेत 5 राज्यों से ही 86 फीसदी मौतें हैं. देश में पिछले साल 16 सितंबर को सबसे ज्यादा 97,860 मरीज मिले थे. इसके बाद आंकड़ा कम होना शुरू हुआ और इस साल 11 फरवरी को 10,988 केस तक गिरा. माना जाता है कि इसके बाद देश में कोरोना की दूसरी लहर शुरू हुई. संक्रमण रेट भी जहां पिछले साल जून में 5.50 फीसदी था, वहीं अब यह 6.80 फीसदी की तेजी से बढ़ रहा है. सबसे खराब हाल महाराष्ट्र का है, जहां 24 घंटे में 48 हजार के करीब केस आए हैं. इससे ज्यादा केस ब्राजील और अमेरिका में ही मिल रहे हैं.

महाराष्ट्र में 8वीं तक के स्टूडेंट्स बिना एग्जाम प्रमोट होंगे
इसे देखते हुए महाराष्ट्र में 8वीं तक के सभी छात्रों को बिना एग्जाम प्रमोट किया जाएगा. पुणे में शनिवार से 12 घंटे का कर्फ्यू शुरू हुआ है. ओडिशा के 10 शहरों में सोमवार से रात का कर्फ्यू लगाया गया है. हिमाचल में 15 अप्रैल तक सभी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे. छत्तीसगढ़ के दुर्ग में श्मशान घाट में जगह कम पड़ रही है. इस शहर में मंगलवार से 14 अप्रैल तक कंप्लीट लॉकडाउन है.

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1.4 करोड़ पार हो सकती है कोरोना केसों की संख्या
कोरोना वायरस की दूसरी लहर हर दिन नया रेकॉर्ड बना रही है. तेजी से बढ़ते संक्रमण के बीच बेंगलुरु के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISC) के एक अनुमान में कहा गया है कि अगर कोरोना का मौजूदा ट्रेंड जारी रहा तो मई के अंत तक को‍रोना केसों की संख्या 1.4 करोड़ को पार कर सकती है और इस समय सक्रिय मामले करीब 3.2 लाख होंगे. रिसर्च के मुताबिक अप्रैल के मध्य का वक्त संक्रमण का पीक हो सकता है जब सक्रिय केस 7.3 लाख तक जा सकते हैं. वहीं, बदतर हालात में मई के अंत तक सक्रिय केस की संख्या एख बार फिर 20 लाख तक पहुंच सकती है.

HIGHLIGHTS

  • औसतन केस के आंकड़ों के अनुसार भारत दुनिया का दूसरा सबसे प्रभावित देश
  • मौजूदा ट्रेंड जारी रहा तो मई के अंत तक को‍रोना केसों की संख्या 1.4 करोड़ पार
  • कोरोना का संक्रमण रेट भी अब 6.80 फीसदी की तेजी से बढ़ रहा है
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