भारत में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. कोरोना मरीजों का आंकड़ा 20 लाख के पार जा चुका है. कई कंपनियां इसकी वैक्सीन बनाने के आखिरी चरण में हैं. इसी बीच सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute) और बिल एंड मिलिंड गेट्स फाउंडेशन (Gates Foundation) के बीच भारत में कोविड-19 वैक्सीन को लेकर एक सहमति बनी है, जिसके तहत दो कोविड-19 वैक्सीन की कीमत 3 डॉलर से ज्यादा नहीं हो सकेगी.
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सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) ने का कहना है कि बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन भारत में 10 करोड़ कोविड-19 वैक्सीन (COVID-19 Vaccine) तैयार करने के लिए 150 मिलियन डॉलर की फंडिंग देगी. भारत में सीरम इंस्टीट्यूट साथ ही Astra Zeneca और Novavax के साथ मिलकर कोविड-19 वैक्सीन तैयार करने पर काम कर रही है. दरअसल सीरम इंस्टीट्यूट दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीन मेकर में शामिल हैं. इसे गेट्स फाउंडेशन (Bill & Milinda Gates Foundation) से यह फंडिंग इंटरनेशनल वैक्सीन अलायंस GAVI के जरिए मिल सकेगी.
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वैक्सीन तैयार करने की तकनीक में दमदार है नोवावैक्स
पिछले की दिनों नोवावैक्स ने दावा तिया था कि उसकी वैक्सीन से कोरोना वायरस के खिलाफ एंट्रीबॉडी तैयार करने में मदद मिली है. हालांकि, यह शुरुआती स्टेज का क्लिनिकल ट्रायल था. कंपनी सितंबर तक बड़े स्तर पर तीसरे चरण का क्लिनिकल ट्रायल शुरू कर सकती है. सीरम इंस्टीट्यूट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आदर पुनावाला (Adar Poonawalla) ने कहा कि Novavax के साथ मिलकर हमने मलेरिया का वैक्सीन तैयार किया है. हमें पता है कि उनके वैक्सीन टेक्नोलॉजी में कितना दम है.
Source : News Nation Bureau