चीन के वुहान से लौटे सभी 406 लोगों की अंतिम जांच में उनके कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं होने की पुष्टि हुई है. इन सभी लोगों को आईटीबीपी के एक पृथक केंद्र में रखा गया है. उन्हें चरणबद्ध तरीके से सोमवार सुबह से छुट्टी दी जाएगी. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. चिकित्सकों की एक टीम ने शुक्रवार को भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के पृथक केंद्र से इन सभी लोगों के नमूने एकत्र किए थे.
आईटीबीपी के प्रवक्ता ने रविवार को कहा कि सभी लोगों के नमूनों की जांच के बाद इस बात की पुष्टि हुई कि इनमें से कोई भी व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा उचित चिकित्सा प्रक्रियाओं और प्रोटोकॉल के साथ जारी किए गए परामर्श के आधार पर सभी 406 व्यक्तियों को सोमवार से चरणबद्ध तरीके से छुट्टी दी जाएगी.
वहीं. भारतीय राजदूत विक्रम मिस्री ने कहा कि चीन में फैले घातक कोरोना वायरस से निपटने के लिए भारत जल्द ही बीजिंग को चिकित्सा सामग्री की एक खेप भेजेगा. मिस्री ने इस घातक वायरस के खिलाफ चीन के लोगों की लड़ाई में उनके प्रति एकजुटता व्यक्त की. अधिकारियों ने रविवार को बताया कि चीन में कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ कर 1,665 पहुंच गई है. इस वायरस से सबसे ज्यादा हुबेई प्रांत प्रभावित हुआ है, जहां 142 लोगों की मौतें हुई हैं.
राजदूत ने कहा कि इस वायरस के प्रसार से निपटने के लिए एक ठोस कदम के रूप में, भारत जल्द ही चिकित्सा सामग्री की एक खेप चीन भेजेगा. उन्होंने कहा कि यह एक ठोस कदम है जो भारत के लोगों और सरकार का चीन के लोगों के साथ सदभावना, एकजुटता और दोस्ती को पूरी तरह से प्रदर्शित करेगा. उन्होंने कहा कि भारत इस संकट के समय चीन के लोगों की मदद के लिए हर चीज करेगा. भारतीय अधिकारियों ने कहा कि चीन को जरूरी सहायता सामग्री की सूची पर काम किया जा रहा है और उसे अंतिम रूप देने के बाद शीघ्र ही खेप भेजी जाएगी.
चीन ने कहा है कि वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज में लगे चिकित्सा कर्मियों के लिए उसे मास्क, दस्ताने और सूट की जरूरत है. मिस्री ने चीनी मीडिया के लिए जारी अपने वीडियो संदेश में कहा कि पिछले कुछ हफ्तों से पूरी दुनिया कोरोना वायरस के प्रकोप और इससे उत्पन्न जबरदस्त चुनौती की गवाह रही है. उन्होंने कहा कि भारत भी कोरोना वायरस के खतरे का सामना कर रहा है. गत नौ फरवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग को पत्र लिख कर कोरोना वायरस से निपटने में मदद की पेशकश की थी.
Source : News Nation Bureau