देश में कोरोना के बढ़ते मामले सभी के लिए चिंता का विषय बन गए हैं. पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना के 64 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं जबकि 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों में देश में 64 हजार, 531 नए मामले सामने आए जबकि 1 हजार 92 लोगों की मौत हो गई. इसी के साथ देश में कुल मामलों की संख्या 27 लाख 67 हजार 274 पहुंच गई है. इसमें 6 लाख 76 हजार 515 कोरोना के एक्टिव मामले हैं जबकि 20 लाख 27 हजार 871 लोग ठीक हो चुके हैं. वहीं अब तक कुल 52 हजार 889 लोगों की मौत हो गई है.
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वहीं दूसरी ओर कोरोना को लेकर एक बार फिर WHO ने बुरे संकेत दिए है. WHO का कहना है कि कोरोना से लड़ने के लिए फिलहाल किसी भी देश में हर्ड इम्यूनिटी उत्पन्न नहीं हुई है. इसके साथ ही WHO ने उन देशों के दावों को भी सिरे से खारिज कर दिया है जो कोरोना के घटते मामलो के लिए अपने यहां लोगों में हर्ड इम्यूनिटी पैदा होने का दावा कर रहे थे. इसी के साथ संगठन ने ये भी बताया है कि देश में 20 से लेकर 40 साल तक के युवा संक्रमण फैला रहे हैं और उन्हें सावधानी बरतने की जरूरत है.
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WHO ने कहा, हमें हर्ड इम्यूनिटी हासिल करने की उम्मीद में नहीं रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि वैश्विक आबादी के रूप में हम कहीं भी उस स्थिति में नहीं है जो वायरस के प्रसार को रोकने में जरूरी है.
वैक्सीन एक मात्र रास्ता
WHO का कहना है कि हर्ड इम्यूनिटी का कोई समाधान नहीं है और न ही यह ऐसा कोई समाधान है जिसकी तरफ हमें ध्यान देना चाहिए. रिसर्च में यही पता चला है कि केवल 10 से 20 फीसदी आबादी में ही संबंधित एंटीबॉडीज हैं, जो लोगों को हर्ड इम्यूनिटी पैदा करने में सहायक हो सकते हैं. लेकिन कम एंटीबॉडीज से हर्ड इम्यूनिटी नहीं पाई जा सकती है. ऐसे में अब केवल वैक्सीन ही एक मात्र सहारा है.