देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) के मामले लगातार इजाफा हो रहा है. भारत में कोरोना का कहर इतना बढ़ चुका है कि संक्रमित मरीजों का आंकड़ा पांच लाख के करीब पहुंच गया है. वहीं, देश में कोरोना वायरस की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोविड-19 के 5,024 नये मामले सामने आए, जिससे राज्य में इसके कुल मामले बढ़कर 1,52,765 हो गए. वहीं 175 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 7,106 हो गई.
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स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में शुक्रवार तक कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 490,401 है. हालांकि, देश में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों महाराष्ट्र, दिल्ली और तमिलनाडु के ताजा आंकड़े जोड़ दिए जाएं तो देश में कोविड-19 के मरीजों की संख्या पांच लाख की संख्या को पार कर चुकी है. वहीं, स्वास्थ्य विभाग के मेडिकल बुलेटिन के अनुसार साथ ही 2,362 मरीजों को ठीक होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी गई जिससे राज्य में ठीक हुए मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 79,815 हो गई.
बुलेटिन के अनुसार इन 175 मौतों में से 191 मरीजों की मौत पिछले 48 घंटे में हुई जबकि बाकी लोगों की मौत पूर्व में हुई थीं लेकिन उन्हें कोविड-19 से होने के तौर पर सूचीबद्ध नहीं किया गया था. राज्य में संक्रमण से ठीक होने की दर 52.25 प्रतिशत है जबकि इससे होने वाली मृत्यु दर 4.65 प्रतिशत है. महाराष्ट्र में कोविड-19 की अब तक कुल 871,875जांच हुई हैं और फिलहाल 65,844 लोग इलाजरत हैं.
महाराष्ट्र कोविड-19 से होने वाली मौतों का आंकड़ा नहीं छिपा रहा है : टोपे
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार कोविड-19 से होने वाली मौतों का आंकड़ा छिपा नहीं रही है और मौत के मामलों को छिपाने का कोई सवाल ही नहीं उठता है. टोपे पुणे क्षेत्र में कोविड—19 स्थिति के लिए आयोजित समीक्षा बैठक में शामिल होने आए थे.
टोपे ने संवाददाताओं को बताया कि हम कोई भी मौत छिपा नहीं रहे हैं. कभी कभी, किसी खास दिन मृत्यु के अधिक मामले सामने आते हैं. अतीत में हुई मौत के आंकड़ों को शामिल करने के कारण ऐसा प्रतीत होता है. मौत के मामलों को छिपाने का कोई सवाल ही नहीं उठता है. इस मामले में विपक्ष के आरोपों के बारे में संवाददाताओं ने टोपे से सवाल किया था.
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उन्होंने कहा कि मृत्यु के मामलों के मिलान के कारण यहां और वहां इस संख्या में वृद्धि हो सकती है. लेकिन, महा विकास आघाड़ी सरकार की मंशा एकदम स्पष्ट है कि यह इमानदारी एवं पारदर्शिता के सिद्धांतों में विश्वास करता है. यह पूछने पर पुणे में कोरोना वायरस जांच कम हो रही है, टोपे ने कहा, 'मुंबई में प्रति दस लाख लोगों पर 22 हजार लोगों की जांच हो रही है.
पुणे में दस लाख लोगों पर 15 हजार लोगों की जांच की जा रही है. इसलिये यह कहना अनुचित होगा कि पुणे में जांच कम हो रहे हैं. हमलोग आईसीएमआर की दिशा निर्देश के अनुसार जांच कर रहे हैं. विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में कहा था कि पुणें में जरूरत से कम जांच कराई जा रही है.