मेघालय में कांग्रेस के एक विधायक ने मांग की है कि बांग्लादेश से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे इलाकों में रहने वाले लोगों की कोरोना वायरस की जांच कराई जाए. बांग्लादेश के सुनामगंज जिले के धोरमोपुर गांव में कथित रूप से एक संक्रमित मामला सामने आने के बाद, मावसिनराम से विधायक हिमालय शांगप्लिआंग ने यह मांग की है.
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बांग्लादेश का यह इलाका मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले के मावसिनराम ब्लॉक के रिंग्कू बाजार से मात्र 500 मीटर दूर है. शांगप्लिआंग ने कहा कि उन्हें रिंग्कू सीमा चौकी के बीएसएफ कंपनी कमांडर से संक्रमित मामले के बारे में सूचना मिली है. उन्होंने कहा, "बांग्लादेशी गांव से भारत की निकटता देखते हुए, यह जरुरी है कि बीमारी के प्रसार से लोगों की सुरक्षा से संबंधित सभी प्रोटोकॉल लागू किए जाएं."
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उन्होंने कहा कि उन्होंने संक्रमित मामले के बारे में मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा को सूचित किया है और प्रशासन से अनुरोध किया है कि अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे गांवों में रहने वाले लोगों की औचक जांच की जाए. कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि सरकार ने ऐलान किया है कि अंतरराष्ट्रीय सीमा सील है, बावजूद इसके लॉकडाउन के दौरान भी सीमा पार से जरूरी सामान का आदान प्रदान हुआ है.
उन्होंने दावा किया चेरकता और इलाके में आसपास के गांवों के निवासियों ने बीएसएफ चौकी से हाल में गोली चलने की आवाज सुनी थी. विधायक ने कहा कि बाद में पता चला कि बल ने भारत में घुसने की कोशिश कर रहे बांग्लादेशियों को खदेड़ने के लिए गोली चलाई थी. लिहाजा हमारे गांव पड़ोसी देश में बीमारी के प्रकोप से सुरक्षित नहीं है.