पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra modi) ने कोरोना वायरस (Corona virus) से बचने के लिए देश को संबोधित किया. उन्होंने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना से बचने के लिए संयम और संकल्प की जरूरत है. उन्होंने कहा कि यह वैश्विक महामारी है. इससे भारत बचा रहेगा यह सोचना गलत है. इसलिए, प्रत्येक भारतवासी का सजग रहना, सतर्क रहना बहुत आवश्यक है. कोरोना वायरस ने पूरी मानव जाति को संकट में डाला है. इसलिए इससे निपटने की जरूरत है. ये हम सब मिलकर ही कर सकते हैं. पीएम मोदी ने देशवासियों से कुछ हफ्ते मांगा. पीएम मोदी ने देश के नाम संबोधन में क्या कुछ कहा 10 प्वाइंट्स में जानें
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1.कोरोना से बचने के लिए संकल्प और संयम रखें. भीड़ से बचना, घर से बाहर निकलने से बचना. आजकल जिसे Social Distancing कहा जा रहा है, कोरोना वैश्विक महामारी के इस दौर में ये बहुत ज्यादा आवश्यक है.कोरोना वायरस के कारण पैदा हुआ खतरा विश्वयुद्ध से भी खतरनाक. प्रदेश देशवासियों को सजग रहने की जरूरत है.
2.परिवार में जो भी सीनियर सिटिजन्स हों, 65 वर्ष की आयु के ऊपर के व्यक्ति हों, वो आने वाले कुछ सप्ताह तक घर से बाहर न निकलें.
3.पीएम मोदी ने 22 तारीख को शाम 5 बजे लोगों को राष्ट्र रक्षकों जिसमें डॉक्टर, नर्स, सफाईकर्मी शामिल हैं उनके लिए ताली बजाकर प्रशंसा करें. हम अपने घर के दरवाजे पर खड़े होकर, बाल्कनी में, खिड़कियों के सामने खड़े होकर 5 मिनट तक लोगों का आभार व्यक्त करें.
4.रविवार यानी 22 मार्च को घर में ही लोग रहें. इस दिन देश में जनता कर्फ्यू का पालन लोग करें.
5.राज्य सरकारें जनता कर्फ्यू लागू करें.रविवार 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक सभी देशवासियों को जनता-कर्फ्यू का पालन करना है.
6.छोटी बातों के लिए अस्पताल लोग ना जाए, फैमिली डॉक्टर से फोन पर लोग सलाह लें.हमारे हॉस्पिटलों पर दबाव भी निरंतर बढ़ रहा है.इसलिए रुटीन चेकअप कराने से बचें.
7.पुराने समय में जब युद्ध की स्थिति होती थी तो गांव-गांव ब्लैक आउट किया जाता था. घरों के शीशों पर कागज़ लगाया जाता था, लाईट बंद कर दी जाती थी, लोग चौकी बनाकर पहरा देते थे.
8.कोरोना की वजह से अर्थव्यवस्था पर भी असर पड़ा है. वित्त मंत्री के नेतृत्व टॉस्क फोर्स का गठन किया जाएगा. जो हालात का आंकलन करेगी.
9.जरूरी सामान संग्रह करने की होड़ ना लगाए. जैसे पहले सामान खरीदते थे वैसे ही खरीदें. सामान की जमाखोरी ना करें. आशंकाओं और अफवाहों से बचें.
10.पीएम मोदी ने कहा कि निजी कर्मचारियों के हितों का ख्याल रखें. अगर कोई ऑफिस ना आए तो उसकी सैलरी ना काटा जाए. मानवता और संवेदनशीलता से फैसला लें.
Source : News Nation Bureau