कोरोना मरीजों के लिए मसीहा बन रहे हैं तबलीगी जमात के लोग

जमातियों को लेकर फैल रही तमाम नकरात्मक खबरों के बीच दिल्ली से एक सकरात्मक खबर सामने आ रही है. दरअसल,अभी कुछ दिन पहले जिन तबलीगी जमातियों को कोरोना फैलाने के लिए जिम्मेदार माना जा रहा था. अब वहीं इस वायरस (CoronaVirus) से संक्रमित मरीजों की जान बचाने के लिए आगे आ रहे हैं. बता दें कि कोरोना इलाज के लिए प्लाज्मा थैरेपी (Plasma Therapy) काफी मददगार साबित हो रही है.

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Vineeta Mandal
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corona virus( Photo Credit : (सांकेतिक चित्र))

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CoronaVirus (Covid-19): जमातियों को लेकर फैल रही तमाम नकरात्मक खबरों के बीच दिल्ली से एक सकरात्मक खबर सामने आ रही है. दरअसल,अभी कुछ दिन  पहले जिन तबलीगी जमातियों को कोरोना फैलाने के लिए जिम्मेदार माना जा रहा था. अब वहीं इस वायरस (CoronaVirus) से संक्रमित मरीजों की जान बचाने के लिए आगे आ रहे हैं. बता दें कि कोरोना इलाज के लिए प्लाज्मा थैरेपी (Plasma Therapy) काफी मददगार साबित हो रही है. ऐसे में तबलीगी जमात के लोग बड़ी संख्या में प्लाज्मा दान करने के लिए आगे आ रहे हैं.

दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य से मिली जानकारी के मुताबिक, राजधानी में करीब 1000 से अधिक जमाती से जुड़े कोरोना के मरीज मिले थे. इसमें से 200 से ज्यादा संक्रमित मरीज ठीक भी हो चुके है, जिसके बाद अब ये सभी प्लाज्मा थैरेपी के प्लाज्मा दान कर रहे हैं.

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वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को फिर एक बार प्लाज्मा डोनेट का महत्व बताया. इसके साथ ही उन्होंने आपसी सौहार्द बनाने की बात कहते हुये ये भी कहा कि हिंदू का प्लाज्मा मुस्लिम और मुस्लिम का प्लाज्मा हिंदू की जान बचा सकता है.

मुख्यमंत्री ने कहा, 'यह संभव है कि एक मुस्लिम प्लाज्मा एक हिंदू रोगी के जीवन को बचा सकता है या हिंदू का प्लाज्मा मुस्लिम व्यक्ति के जीवन को बचा सकता है. भगवान ने मनुष्यों के बीच भेदभाव नहीं किया. हमने अपने बीच एक दीवार क्यों बनाई है. कोरोनावायरस सभी को प्रभावित करता है - हिंदू हो या मुसलमान. किसी के मन में किसी दूसरे धर्म के लिए घृणा हो तो वह केवल यह सोचे कि दूसरे धर्म वाले का प्लाज्मा एक दिन उसकी जान बचा सकता है. हम साथ काम करेंगे, तो हमें कोई नहीं हरा सकेगा. लेकिन, अगर हम लड़ते रहेंगे तो फिर कोई उम्मीद नहीं रहेगी.'

तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना मोहम्मद साद कंधावली ने कोरोना संक्रमण से स्वस्थ हो चुके मुस्लिम और जमाती कार्यकर्ताओं से अपना ब्लड प्लाजमा दान करने की अपील की थी, ताकि उन लोगों को फायदा हो सके जो इस बीमारी से संक्रमित हैं, और जिनका इलाज चल रहा है, जिसके बाद दिल्ली में तबलीगी जमात ने लोगों ने खून देने के लिए राजी हो गये हैं.

आम आदमी पार्टी विधायक अमानतुल्लाह खान ने एक वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा है, 'तबलीगी जमात के लोग मौलाना साद साहब की दरख्वास्त पर दूसरे कोरोना के मरीजों के लिए अपना खून देते हुए, ताकि कोरोना के बाकी मरीज इनके खून से ठीक हो सके. यह समाज के वे लोग हैं जो कोरोना पॉजिटिव थे लेकिन अब कोरोना नेगटिव हो गए हैं और दिल्ली के क्वारंटाइन क्वॉरेंटाइन सेंटर में मौजूद है.'

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अमानतुल्लाह खान ने जिस वीडियो को शेयर किया थाउसमें एक डॉक्टर तबलीगी जमात के लोगों से यह कहते हुआ नजर आ रहा है, 'आप अगर खून देंगे तो उसके प्लाज्मा में इसे आप दूसरे मरीजों को ठीक कर सकते हैं और उनकी जान बच जाएगी. उसके बाद वह डॉक्टर तबलीगी जमात के लोगों से पूछ भी रहा है, क्या आप अपना खून दान करेंगे जिसके बाद तबलीगी जमात के लोगों ने एक साथ हां करके कह रहे हैं कि हां हम सब तैयार हैं.'

आपको बता दें कि 21 अप्रैल को मौलाना साद ने एक पत्र जारी किया था जिसमें कहा गया है कि वह और उनके अन्य सदस्य इस वक्त सेल्फ क्वारंटाइन में हैं और सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. ये वही लोग हैं जो इस बीमारी से ठीक हो चुके हैं और उन्हें सरकार और समाज के लोगों की मदद करनी चाहिए और अपना ब्लड डोनेट करना चाहिए.

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