वैश्विक महामारी कोविड-19 (Corona Virus, Covid-19) से प्रभावित लोगों की मदद के लिए लेखा संबंधी तीन संस्थानों- इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI), इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेट्ररीज ऑफ इंडिया (ICSI) और इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया ने पीएम केयर्स फंड (PM Cares Fund) में 28 करोड़ 80 लाख रुपये का योगदान दिया है. भारत में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (Corona Virus) से निपटने के लिए 28 मार्च को प्रधानमंत्री आपात स्थिति नागरिक सहायता और राहत कोष (पीएम केयर्स फंड) बनाया गया था. यह समर्पित राष्ट्रीय कोष कोविड-19 (Covid-19) महामारी से उत्पन्न किसी भी प्रकार की आपातकालीन या संकट की स्थिति से निपटने और प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने के प्राथमिक उद्देश्य से बनाया गया है.
28 करोड़ 80 लाख रुपये की इस सहायता राशि में सबसे अधिक राशि इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की ओर से दी गई है. कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, "इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया ने एक संस्थान के तौर पर प्रधानमंत्री राहत कोष में 15 करोड़ रुपये दिए हैं. वहीं, इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के सदस्यों और कर्मचारियों ने 6 करोड़ रुपये की अतिरिक्त मदद दी है, जिसके बाद यह राशि 21 करोड़ रुपये हो गई."
इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेट्ररीज ऑफ इंडिया ने बतौर संस्थान इसमें 5 करोड़ रुपये का योगदान दिया है. इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेट्ररीज ऑफ इंडिया के सदस्यों एवं कर्मचारियों ने 25 लाख रुपये की धनराशि कोरोना से लड़ने के लिए अलग से दी है.
इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया ने बतौर संस्थान कोरोना वायरस से लड़ने के लिए ढाई करोड़ रुपये प्रधानमंत्री राहत कोष में दिए हैं. वहीं इस संस्थान के सदस्य व कर्मचारियों ने इस राशि में 5 लाख रुपये का अतिरिक्त योगदान दिया है.
Source : IANS