Coronavirus (Covid-19): कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहल की वजह से देश में आर्थिक गतिविधियों के ऊपर गंभीर प्रभाव पड़ा है. आर्थिक गतिविधियों पर नकारात्मक असर पड़ने की वजह से बेरोजगारी दर एक साल की ऊंचाई पर पहुंच गई है. आंकड़ों के मुताबिक मई महीने के दौरान देश में बेरोजगारी दर 14.5 फीसदी पर पहुंच गई है. सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) का बेरोजगारी का आंकड़ा पिछले हफ्ते का है. CMIE की रिपोर्ट के मुताबिक 2021 के शुरू से अब तक देश में लाखों लोगों की नौकरियां जा चुकी हैं. CMIE के मुताबिक 16 मई 2021 को खत्म हुए हफ्ते में देश में बेरोजगारी दर बढ़कर 14.5 फीसदी के स्तर पर पहुंच गई है.
अप्रैल के दौरान देश में 8 फीसदी के स्तर पर थी बेरोजगारी दर
CMIE की रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल के दौरान देश में बेरोजगारी दर 8 फीसदी के स्तर पर थी. बता दें कि अप्रैल-मई 2020 के दौरान देश में बेरोजगारी दर का आंकड़ा 23 फीसदी से ऊपर रहा था. सीएमआईई के मुताबिक अप्रैल 2021 के दौरान लगाए गए लॉकडाउन और कर्फ्यू की वजह से बेरोजगारी दर बढ़ना शुरू हो गई थी. जानकारी के अनुसार इस अवधि में उपभोक्ता वस्तुओं की मांग में कमी भी देखी गई थी. CMIE की रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2020-21 में औसत बेरोजगारी दर 8.8 फीसदी दर्ज किया गया था. इसके अलावा लगातार पांचवे हफ्ते कंज्यूमर सेंटिमेंट इंडेक्स में भी गिरावट देखने को मिली है.
बता दें कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से लोगों ने खरीदारी के बजाए बचत का रास्ता अपनाया है और जिसकी वजह से कंज्यूमर सेंटिमेंट में गिरावट देखने को मिली है. CMIE के हालिया साप्ताहिक विश्लेषण के मुताबिक पिछले महीने (अप्रैल में) बेरोजगारी बढ़ी थी, जबकि खरीदारी का रुझान घटा था. रिपोर्ट के अनुसार यह स्थिति मई में बनी रह सकती है और बेरोजगारी का आंकड़ा डबल डिजिट में रह सकता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आंकड़ों के अनुसार 55.5 फीसदी परिवारों ने आय में कमी की बात कही है.
HIGHLIGHTS
- 16 मई 2021 को खत्म हुए हफ्ते में देश में बेरोजगारी दर बढ़कर 14.5 फीसदी के स्तर पर पहुंची
- CMIE की रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल के दौरान देश में बेरोजगारी दर 8 फीसदी के स्तर पर थी