भारत में कोरोना की चौथी लहर का खतरा! यूरोप में लाखों केस, चीन में दो साल बाद लोगों की मौत

दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रॉन का पता चला था. इसके बाद से ओमिक्रॉन के ही कम से कम 50 सब वेरिएंट दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से सामने आ चुके हैं. भारत में कोरोना वायरस की तीसरी लहर के पीछे की वजह ओमिक्रॉन ही था.

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Shravan Shukla
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कोरोना टेस्ट किट

कोरोना वायरस( Photo Credit : File)

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भारत में फिर से कोरोना वायरस अपना कहर बरपा सकता है. विशेषज्ञों को इस बात का डर है कि जिस तरह से दुनिया के कई हिस्सों में कोरोना तेजी से बढ़ रहा है, वो चिंता जनक है. एएफपी ने जानकारी दी है कि चीन में एक साल पहली बार कोरोना से मौतों की खबर सामने आ रही है. ये हाल तब है, जब चीन कोरोना के मामलों को लेकर बेहद गंभीर रहता है और एक-दो मामले सामने आते ही लाखों की आबादी वाले शहरों को पूरी तरह से लॉक डाउन में डाल देता है. लेकिन चीन में भी मौतों का होना चिंता जनक खबर है. वहीं, यूरोप की बात करें तो यूरोपीय देशों में महज एक ही दिन में 6 लाख से ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं. हालांकि भारत के लिए ये राहत की बात है कि अभी अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें शुरु नहीं हुई हैं.

ओमिक्रॉन का सब वेरियंट बढ़ा रहा है चिंता

विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वायरस (Coronavirus) के ओमिक्रॉन स्वरूप ने तीसरी लहर में खूब तबाही मचाई थी. लेकिन अब उसके एक सबवेरिएंट को कहीं ज्यादा खतरनाक माना जा रहा है. ओमिक्रॉन के नए सब वेरिएंट BA2 की वजह से दक्षिण कोरिया तक में कोरोना के मामले काफी बढ़ गए हैं. हालांकि भारत में तुरंत नई लहर आने को लेकर भारतीय एक्सपर्ट अभी चिंतित नहीं हैं. इसकी वजह है कि भारत में हाल ही के समय में बहुत बड़ी आबादी को वैक्सीन दी गई है. इस समय लोगों की कोरोना प्रतिरोधक क्षमता काफी बढ़ी हुई है. हालांकि इससे बचाव की जरूरत है. लोगों को कोरोना वायरस की गाइड लाइन्स को अब भी फॉलो करना चाहिए. इस मामले में स्वास्थ्य सेवाओं के पूर्व राज्य महानिदेशक और राज्य सरकार के तकनीकी सलाहकार डॉ. सुभाष सालुंखे ने कहा कि हम अपनी तैयारी को कम नहीं कर सकते क्योंकि दुनिया के अन्य हिस्सों की तरह भारत में चौथी लहर आ सकती है. डॉ सालुंखे ने कहा कि चौथी लहर के बारे में केवल एक चीज पता नहीं है कि यह वास्तव में कब होगी और यह कितनी गंभीर होगी.

ओमिक्रॉन के 50 से अधिक म्यूटेशन

सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रॉन (Omicron) का पता चला था. इसके बाद से ओमिक्रॉन के ही कम से कम 50 सब वेरिएंट दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से सामने आ चुके हैं. भारत में कोरोना वायरस की तीसरी लहर के पीछे की वजह ओमिक्रॉन ही था. भारत में तीसरी लहर के दौरान शुरुआत में ही ओमिक्रोन केबीए 1 और बीए 2 दोनों वेरिएंट सामने आए थे. मौजूदा समय में भारत में इसकी रफ्तार धीमी पड़ी है. हालांकि विशेषज्ञ चेता रहे हैं कि जिनके शरीर में एंटीबॉडी का स्तर कम है, उनमें फिर से संक्रमित होने का खतरा हो सकता है. ऐसे में उन्हें कोरोना गाइडलाइन्स का सख्ती से पालन करते रहना होगा.

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तीसरी लहर में 75 फीसदी केस BA.2 वेरिएंट के

कोरोना वायरस को लेकर भारत सरकार के बनाए टास्क फोर्स के मुखिया डॉ एनके अरोड़ा ने कहा कि भारत में कोरोना वायरस की तीसरी लहर में ओमिक्रॉन वेरिएंट के BA.2 सब वेरिएंट ने कहर ढाया था. BA.2 की वजह से कोरोना वायरस के 75 फीसदी मामले दर्ज हुए थे. उन्होंने कहा कि अगर भारत में कोरोना वायरस की चौथी लहर आती है, तो वो बाहर से आए किसी सब-वेरिएंट की वजह से ही हो सकती है. क्योंकि देश में मौजूद कोरोना वायरस के अधिक तक वेरिएंट्स के खिलाफ लोगों के शरीर में एंटीबॉडी है. इसकी वजह भारत सरकार की बेहतरीन तैयारी है.

HIGHLIGHTS

  • कोरोना वायरस की चौथी लहर की आशंका
  • भारत में कोरोना वायरस बरपा चुका है खूब कहर
  • अमेरिका के बाद भारत रहा है दूसरा सर्वाधिक प्रभावित देश
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