Coronavirus Lockdown: मरकज निज़ामुद्दीन इमारत से 2,361 लोगों को निकालने वाली टीम का हिस्सा रहे निजामुद्दीन थाने के 11 पुलिस वालों ने अपने सिर भी मुंडवा लिए थे. दरअसल, उन्हें यह विश्वास था कि बालों के हटने की वजह से उनका कोरोना वायरस (Coronavirus) से बचाव हो जाएगा और पहचान लिए जाएंगे. वहीं अब उनमें से सात पुलिस वालों को कोल्ड और कफ की शिकायत पर दो हफ्ते के क्वॉरेंटाइन के लिए घर पर भेज दिया गया है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उन पुलिस वालों को मामूली कोल्ड कफ की शिकायत है.
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सभी पुलिसकर्मियों को अलग-अलग अवधि के लिए क्वारंटाइन के लिए घर भेजे जाने के निर्देश
पुलिस अफसरों का कहना है की एहतियातन उन 7 पुलिसकर्मियों को क्वारंटाइन के लिए घर भेजा गया है. हालांकि उनमें कोरोना वायरस के लक्षण नहीं है. दिल्ली पुलिस में रोटेशन के अनुसार सभी पुलिसकर्मियों को क्वारंटाइन के लिए अलग-अलग अवधि के लिए घर भेजे जाने का पहले से निर्देश जारी किए जा चुके हैं.
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तबलीगी मरकज में शामिल 10 लोग क्वारंटाइन से फरार
दिल्ली के तबलीगी मरकज (Tabligi Markaz) में शामिल 10 लोग क्वारंटाइन (Quarantine) से फरार हो गए हैं. वे सभी पुणे की एक मस्जिद में क्वारंटाइन में रखे गए थे. सूचना मिलने पर पुणे पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है. ये सभी 10 लोग 23 फरवरी को दिल्ली से पुणे आए थे और 6 मार्च तक पुणे में ही थे. 6 मार्च को यह सभी शिरुर इलाके के एक मस्जिद में शिफ्ट हुए थे. 1 अप्रैल को इन सभी के हाथों पर होम क्वारंटाइन के स्टैम्प मारे गए थे, लेकिन उसी रात ये सभी फरार हो गए. पुलिस को शक हैं कि दवा ले जाने वाली गाड़ी में सवार होकर यह सभी फरार हो गए. पुलिस इनके मोबाइल लोकेशन के जरिये ट्रेस करने की कोशिश कर रही है. निजामुद्दीन मरकज की घटना के बाद जो लिस्ट दी गई थी, उनमें इनका नाम नहीं हैं लेकिन पुलिस की जांच में इन सभी के तबलीगी से संबंध हैं, इसके सबूत मिले हैं.