देश में कोरोना वायरस (coronavirus) की संख्या लगातार बढ़ रही है. मोदी सरकार ने भी माना है कि कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. ऐसे में देश में बड़ी संख्या में मेक-शिफ्ट अस्पतालों की स्थापना करनी होगी.
केंद्र सरकार ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट (supreme court) में हलफनामा दायर किया. केंद्र ने इस हलफनामे में माना है कि देश में कोरोना पीड़ितों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. ऐसे में देश में बड़ी संख्या में मेक-शिफ्ट हॉस्पिटलों की स्थापना करनी होगी.
इसे भी पढ़ें: 55 फीसदी घरेलू उड़ान शुरू करने के बाद अंतर्राष्ट्रीय उड़ान शुरू करेंगे, हरदीप सिंह पुरी का बड़ा बयान
बढ़ते संख्या को देखते हुए निकट भविष्य में मौजूदा अस्पतालों के अलावा अस्थाई मेक-शिफ्ट अस्पतालों का निर्माण करना होगा. ताकि कोरोना पेशेंट का इलाज किया जा सके.
हलफनामे में कहा गया है कि कोरोना पेशेंट का इलाज कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों की देखभाल की जरूरत है. सरकार की तरफ से उन्हें संरक्षण देने की कोशिश की जा रही है. सरकार स्वास्थ्यकर्मियों के प्रति पूरी निष्ठा से काम कर रही है.
और पढ़ें: Closing Bell 4 June 2020: वीकली एक्सपायरी के दिन बाजार नरमी के साथ हुआ बंद, सेंसेक्स 129 प्वाइंट लुढ़का
आज ही सुप्रीम कोर्ट में लॉकडाउन में मजदूरों के वेतन को लेकर सुनवाई हुई. केंद्र सरकार की ओर से अदालत में कहा गया गया कि ये कंपनी और मजदूरों के बीच का मामला है. वो ऐसे में इसमें दखल नहीं देंगे. इस मामले में कोर्ट 12 जून को फैसला सुनाएगा.
Source : News Nation Bureau