कहते हैं मां और बच्चे का रिश्ता इस दुनिया में सबसे अनोखा होता है. बच्चा सात समंदर पार भी क्यों न हो मां उसके हर दुख तकलीफ को महसूस कर लेती हैं. ठीक ऐसा ही हुआ पुणे की रहने वाली महिला के साथ, जब उसे पता चला की उसका बच्चा बीमार है तो वो तड़प उठी. पुणे की रहने वाली सोनिया दास अपने बीमार बच्चे से मिलने के लिए स्कूटी से ही झारखंड के जमशेदपुर के लिए निकल पड़ी.
बताया जा रहा है कि कोरोनावायरस (CoronaVirus Covid-19) के कारण हुए लॉकडाउन में उनकी नौकरी चली गई थी और उनके पास फ्लाइट के लिए पैसे नहीं थे. उन्होंने प्रशासन से मदद की गुहार भी लगाई लेकिन उन्हें कही से कोई उम्मीद नहीं दिखी. इसके बाद ही उन्होंने अपनी सहेली के साथ स्कूटी के जरीए पुणे से जमेशदरपुर आने का फैसला किया.
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सोनिया ने बताया कि महाराष्ट्र और झारखंड सरकार से उन्होंने ट्वीट के जरिए मदद मांगी, लेकिन कोई उम्मीद नहीं दिखी. उन्होंने बताया, 'टाटानगर और पुणे या मुंबई के बीच कोई पैसेंजर ट्रेन नहीं है और हमारे पास हवाई टिकट खरीदने के लिए पैसे नहीं थे. सरकार से कोई मदद नहीं मिलने के कारण मैंने गाड़ी चलाने का फैसला किया क्योंकि मैं अपने बेटे को लेकर बहुत चिंतित थी.'
कदमा स्थित भाटिया बस्ती की रहने वाली सोनिया दास अपनी सहेली- साबिया बानो के साथ पुणे से 1,800 किलोमीटर का सफर तय करके शुक्रवार शाम जमशेदपुर पहुंचीं. सोमवार सुबह उनके पति ने बताया था कि उनके बेटे को बुखार हो गया है. वहां पहुंचने के तुरंत बाद उनकी कोविड जांच हुई. जमशेदपुर के डीएसपी (हेडक्वार्टर II) अरविंद कुमार ने बताया, 'हमने एंटीजन टेस्ट करवाए. नेगेटिव पाए जाने के बाद उन्हें क्वारंटाइन रहने के लिए कहा.'