कोरोना वायरस (Coronavirus) की दवा बनाने के लिए दुनिया भर के कई देशों में शोध चल रहा है. भारत में भी इस पर रिसर्च का काम शुरू है. इस बीच पतंजलि ने दावा किया है कि उसने कोरोना वायरस की दवा बना ली है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पतंजलि आयुर्वेद के को-फाउंडर आचार्य बालकृष्ण ने कोरोना वायरस की दवा बनाने का दावा किया है.
आचार्य बालकृष्ण ने कहा है कि पंतजलि (patanjali) ने कोरोना वायरस की दवा बनाने में सफलता हासिल कर ली है. उन्होंने कहा है कि इस दवा से एक हजार से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं. उन्होंने बताया कि अलग-अलग जगहों पर संक्रमितों को दवा दिया गया.
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पतंजलि शोध संस्थान के वैज्ञानिक के मुताबिक चीन से कोरोना का शुरुआत हुई है. जनवरी से जब इस वायरस का फैलाव हुआ तब से इस दिशा में काम शुरू हुआ. इस शोध में सैकड़ों वैज्ञानिक लगे हुए थे. उन्होंने कहा कि कड़ी मेहनत के बाद हमने दवा बनाने में सफलता पा ली है.
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वहीं आचार्य बालाकृष्ण ने बताया कि शास्त्रों, वेदों को पढ़कर और उसमें विज्ञान का फार्मूला डाल कर इस दावे को इजाद किया है. उन्होंने कहा कि इस दवा का परीक्षण करके इसे तैयार कर लिया गया है.
इधर, कोरोना (Coronavirus) का अंत करने के लिए वैक्सीन का निर्माण शुरू हो चुका है. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने कोरोना वायरस वैक्सीन तैयार कर ली है. AZD1222 नाम से तैयार वैक्सीन का शुरुआती ट्रायल का रिजल्ट अच्छा रहा है. अगले राउंड का ट्रायल किया जा रहा है. इस बीच अब इस वैक्सीन का निर्माण कार्य भी शुरू हो चुका है. भारत में भी वैक्सीन निर्माण के लिए एक कंपनी से करार हुआ है.
ब्रिटेन की दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने भारत के सीरम इंस्टीट्यूट से एक अरब वैक्सीन डोज के उत्पादन के लिए करार किया है.
Source : News Nation Bureau