आईटीसी ग्रुप के चेयरमैन वाईसी देवेश्वर का शनिवार को लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया वो 72 वर्ष के थे. परिवार में उनके पीछे अब उनकी पत्नी और उनका बेटा है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीटर पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा है, 'वाईसी देवेश्वर जी के निधन पर गहरा दुख है वह कॉर्पोरेट जगत में एक विशालकाय हस्ती थे। मेरे पास उद्योग के एक प्रतिष्ठित कप्तान के रूप में उनकी कई यादें हैं। उनके परिवार, उनके सहयोगियों और उनके प्रशंसकों के प्रति संवेदना'
साल 2011 में उन्हें भारत का सर्वोच्च तीसरा नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से नवाजा गया था. देवेश्वर भारतीय इतिहास में सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले कॉर्पोरेट प्रमुखों में से एक थे, जिसमे से उन्होंने दो दशक से ज्यादा समय आईटीसी में बिताया. साल 1968 में उनके आईटीसी ज्वाइन करने के बाद आक्रमक परिवर्तन किया और एक टोबैको कंपनी को एक बड़े एफएमसीजी में बदल दिया. साल 1996 में वो कंपनी के एग्जीक्युटिव चेयरमैन बनाए गए इसके बाद कंपनी का रेवेन्यू 51500 करोड़ से बढ़कर 5200 करोड़ तक पहुंच गया. देवेश्वर ने यह सुनिश्चित करने के लिए ब्रिटिश अमेरिकन तंबाकू से भी लड़ाई की कि आईटीसी भी एक भारतीय कंपनी है.
देवेश्वर का जन्म 4 फरवरी 1947 में पाकिस्तान के लाहौर में हुआ था, उन्होंने दिल्ली के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलाजी(IIT) दिल्ली से पढ़ाई की. मैनेजमेंट कोर्स करने के लिए वो हार्वर्ड यूनिवर्सिटी चले गए. 1991 से 1994 के बीच वो सरकार के स्वामित्व वाली कंपनी एयर इंडिया के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर रहे. इसके अलावा वो सेंट्रल बोर्ड के आरबीआई के डायरेक्टर भी रहे.
HIGHLIGHTS
- वाई सी देवेश्वर का लंबी बीमारी के बाद निधन
- सीएम ममता बनर्जी ने जताया शोक
- कार्पोरेट जगत के दिग्गज थे वाई सी देवेश्वर
Source : News Nation Bureau