रूस और यूक्रेन के बीच तनाव हर घंटे के साथ बढ़ रहा है. रूसी सेना द्वारा देश में हमला शुरू करने के तुरंत बाद कई यूक्रेनी सैनिकों की मौत हो गई और कई दर्जन से अधिक घायल हो गए थे. फिलहाल रूसी सेना यूक्रेन पर ताबड़तोड़ हमले कर रही है. इस बीच, पश्चिमी देशों से लेकर दुनिया के कई देशों ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से इस संघर्ष को समाप्त करने का आग्रह किया है. चूंकि दोनों देशों के बीच चल रही युद्ध को लेकर कई देशों की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, इसलिए इस युद्ध जैसी स्थिति में पश्चिम के हस्तक्षेप की संभावना है. यदि आगे भी तनाव बना रहता है, तो संभावना है कि रूस-यूक्रेन के बीच यह संघर्ष तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत हो सकता है.
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इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति ने भी तीसरे विश्वयुद्ध को लेकर बड़ा बयान दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक साक्षात्कार के दौरान कहा कि रूस को रोकने के दो ही विकल्प हैं. पहला यह कि, रूस से सीधे तौर पर युद्ध लड़ा जाए और तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत की जाए या फिर दूसरा विकल्प यह है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि जो भी देश अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन करेगा, उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. हालांकि तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत इस समय सिर्फ अटकलें हैं, कई लोग सोच रहे हैं कि वैश्विक युद्ध की स्थिति भारत और उसकी अर्थव्यवस्था को कैसे प्रभावित कर सकती है. यदि तीसरा विश्व युद्ध शुरू होता है तो भारत में इसका सबसे पहले क्या प्रभाव पड़ सकता है.
व्यापार पर प्रभाव
वर्तमान में रूस और भारत के बीच सालाना व्यापार लगभग 9 मिलियन डॉलर है और यह भारत के वैश्विक व्यापार में लगभग एक प्रतिशत का योगदान देता है. यदि तीसरा विश्व युद्ध छिड़ जाता है, तो इस व्यापार में भारी बाधा आने की आशंका है, जिससे अर्थव्यवस्था पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा.
रक्षा आपूर्ति पर प्रभाव
यदि भारत में रूस के साथ व्यापार प्रभावित होता है, तो यह देश की रक्षा आपूर्ति पर एक बड़ा प्रभाव डाल सकता है, जिससे देश में किसी भी संभावित सुरक्षा खतरे के प्रति इसकी प्रतिक्रिया कमजोर हो सकती है.
अंतरराष्ट्रीय संबंध
रूस और चीन के बीच वर्तमान में अच्छे संबंध हैं और संभावना है कि युद्ध की स्थिति में रूस चीन को भारत के साथ अपने संघर्ष को बढ़ाने से नहीं रोकेगा. इससे रूस के साथ भारत के संबंधों पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है और सुरक्षा संकट पैदा हो सकता है.
कच्चे तेल और ऊर्जा आपूर्ति
रूस-यूक्रेन संकट ने पहले ही दिन कच्चे तेल की कीमतों में भारी बढ़ोतरी कर दी थी. यह उम्मीद की जा रही है कि अगर तीसरा विश्व युद्ध शुरू होता है, तो कच्चे तेल की कीमत बढ़नी तय है, जिसका असर भारत की ऊर्जा आपूर्ति पर पड़ेगा.
शेयर बाजार पर प्रभाव
यूक्रेन पर रूसी बलों के हमले के तुरंत बाद सेंसेक्स में कुछ ही घंटों में 2,700 अंक से अधिक की गिरावट देखी गई थी. यह उम्मीद की जाती है कि यदि तीसरा विश्व युद्ध शुरू होता है तो वैश्विक और राष्ट्रीय शेयर बाजार भी लहूलुहान होगा.
क्या तय है तीसरा विश्व युद्ध ?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन संकट पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बात की है और हिंसा को तत्काल समाप्त करने के साथ-साथ राजनयिक वार्ता के रास्ते पर लौटने के लिए सभी पक्षों से ठोस प्रयास करने की अपील की है, लेकिन जिस तरह रूस यूक्रेन के प्रति लगातार आक्रामक होता जा रहा है उससे तीसरे विश्व युद्ध की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है.
HIGHLIGHTS
- रूस और यूक्रेन के बीच हर घंटे के साथ बढ़ता जा रहा है तनाव
- रूसी सेना द्वारा यूक्रेन पर ताबड़तोड़ हमले से बढ़ रही विश्व युद्ध की आशंका
- तीसरे विश्व युद्ध को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति ने भी दिए हैं बयान