ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) के चुनाव की मतगणना शुरू हो गई है. एक दिसंबर को जीएचएमसी के 150 वार्डों में चुनाव के लिए मतदान हुआ था. एक दिसंबर को हुए चुनाव में 74.67 लाख पंजीकृत मतदाताओं में से केवल 34.50 लाख (46.55 प्रतिशत) मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था. सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस), विपक्षी भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबले वाले इस चुनाव में 1,122 उम्मीदवार मैदान में थे.
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राज्य चुनाव आयोग की ओर से हैदराबाद निकाय चुनाव की मतगणना के लिए व्यापक इंतेजाम किए गए हैं. 30 स्थानों पर मतगणना केंद्र बनाए गए हैं. 8152 कर्मियों को मतगणना कार्य में तैनात किया गया है. मतगणना की पूरी प्रक्रिया को प्रत्येक मतगणना केंद्र में लगाए गए सीसीटीवी कैमरों में कैद किया जा रहा है. चुनाव में मतपत्रों का इस्तेमाल किया गया था, लिहाजा नतीजों के बारे में शाम या रात तक तस्वीर साफ हो पाएगी.
बता दें कि धुआंधार प्रचार और तेलंगाना सरकार, राज्य निर्वाचन आयोग तथा हस्तियों की ओर से लोगों से अधिक से अधिक संख्या में वोट डालने का आग्रह किए जाने के बावजूद एक दिसंबर को यहां मतदान का प्रतिशत काफी कम रहा. 74.44 लाख मतदाओं में से केवल 46.55 प्रतिशत मतदाताओं ने ही अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार, आरसी पुरम में सर्वाधिक 67.71 प्रतिशत मतदान हुआ और यूसुफगुडा में सबसे कम 32.99 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था.
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इस बीच तेलंगाना में सत्तारूढ़ टीआरएस ने निकाय चुनाव में जीत का दावा किया है. तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) की नेता कविता ने कहा कि हम 100 से अधिक सीटें जीतने की उम्मीद कर रहे हैं. उन्होंने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि इस पार्टी के कई बड़े नेता प्रचार करने आए और कई झूठे दावे किए, मुझे खुशी है कि हैदराबाद के लोगों ने उन पर विश्वास नहीं किया और केसीआर के नेतृत्व में अपना विश्वास दोहराया.
उल्लेखनीय है कि निकाय चुनाव में धुआंधार प्रचार हुआ और बीजेपी ने अपनी राष्ट्रीय स्तर की हस्तियों को चुनाव प्रचार में उतारा. उधर, टीआरएस के प्रचार अभियान की कमान पार्टी के कार्यवाहक अध्यक्ष एवं नगर प्रशासन मंत्री केटी रामा राव के हाथों में रही. पार्टी अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने भी एक जनसभा को संबोधित किया. असदुद्दीन ओवैसी और उनके भाई अकबरुद्दीन ने एआईएमआईएम के प्रचार अभियान का नेतृत्व किया. तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद उत्तम कुमार रेड्डी तथा अन्य वरिष्ठ नेताओं ने कांग्रेस के लिए प्रचार किया.
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चुनाव प्रचार में दिग्गजों की एंट्री से हैदराबाद निकाय चुनाव ने राष्ट्रीय राजनीति को अपनी ओर आकर्षित किया. हालांकि इसकी भी एक वजह है. हैदराबाद एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का गढ़ है. जिसमें बीजेपी ने सेंध लगाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंकी. बीजेपी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, स्मृति ईरानी और भाजयुमो अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या जैसे अपने नेताओं को चुनाव प्रचार में उतारा था.
बीजेपी के लिए यह चुनाव काफी अहम हैं. हैदराबाद निकाय चुनाव तेलंगाना की जमीन पर बीजेपी की नींव का फैसला करेगा. निकाय चुनाव के जरिए बीजेपी का निशाना तेलंगाना का विधानसभा चुनाव है. बीजेपी का लक्ष्य तेलंगाना में सत्ता की कुर्सी हासिल करना है. जिसका रास्ता हैदराबाद से होते हुए ही जाता है. बहरहाल, हैदराबाद का निकाय चुनाव तेलंगाना में बीजेपी का भविष्य का फैसला करेगा.
Source : News Nation Bureau