लखनऊ में गुरुवार को प्रदर्शनकारियों ने हिंसक प्रदर्शन को अंजाम दिया. कई बसों में तोड़फोड़ की. बसों को आग के हवाले कर दिया. साथ ही मीडिया ओबी वैन को भी आग के हवाले कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस चौकियों पर हमला किया. इसी बीच भीड़ की हिंसा को दबाने के दौरान पुलिस कार्रवाई में घायल हुए एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई है. हालांकि पुलिस अभी यह क्लियर नहीं किया है कि मौत फायरिंग की वजह से हुई है या नहीं. मारे गए शख्स का नाम मोहम्मद वकील है. वहीं मंगलौर में 2 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई.
ICU में इलाज के दौरान 2 युवक की मौत
प्रदर्शनकारी युवक के पेट में गोली लगी. लखनऊ के ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. हुसैनाबाद में बवाल के दौरान चली गोली में उसकी मौत हुई. युवक सज्जाद बाग का रहने वाला था. उधर मंगलौर में भी हिंसक प्रदर्शन जारी है. उग्र प्रदर्शन में पुलिस के 20 जवान घायल हो गए हैं. वहीं दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. जिनका इलाज आईसीयू में चल रहा था. लेकिन उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. अभी तक कुल 3 लोगों की मौत हो गई. दो की मौत मंगलौर में और लखनऊ में एक की मौत हो गई.
गोली लगने से युवक की मौत
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के कई हिस्सों में बृहस्पतिवार को अफरातफरी का माहौल रहा. नागरिकता कानून का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर जमकर पथराव किया और कई वाहनों को आग के हवाले कर उन्हें क्षतिग्रस्त कर दिया. लखनऊ में हिंसा के दौरान गोली लगने से एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया है. इसके बाद उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई है.
पुलिस-प्रदर्शनकारियों दोनों की ओर से गोलीबारी और पथराव किया गया
विशेषकर पुराने लखनऊ के मुस्लिम बहुल इलाकों में पूरे दिन तनाव रहा. हिसंक प्रदर्शन के दौरान मोहम्मद वकील नाम के शख्स को गोली लग गई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. इसके बाद उसे ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया. हालांकि, अभी तक इसका पता नहीं चला है कि मोहम्मद वकील की किसकी गोली लगी है. बताया जा रहा है कि हिंसा के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों दोनों की ओर से गोलीबारी और पथराव हो रहा था.
प्रदर्शन में 16 पुलिस कर्मी घायल
लखनऊ हिंसा में 4 लोग घायल हो गए. हिंसा में घायल हुए जिलानी (16), रंजीत (47), मोहम्मद वकील (25) और वसीम खान (22) लखनऊ के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया. इनमें से जिलानी और मोहम्मद वकील को छर्रे लगने की बात सामने आई है और इसमें मोहम्मद वकील की मौत हुई. छर्रे किस चीज के थे ये अभी स्पष्ट नहीं है. वहीं, लखनऊ में हुए प्रदर्शन में 16 पुलिस कर्मी घायल हो गए, जिसमें कांस्टेबल से लेकर एडीजी तक के अधिकारी शामिल हैं. बताया जा रहा है कि लखनऊ में अब तक कुल 112 दंगाई हिरासत में लिए गए हैं. उधर, लखनऊ में उपद्रवियों को खदेड़ते हुए एडीजी लखनऊ जोन एसएन सावत घायल हो गए हैं. आईजी लखनऊ और सीओ हजरतगंज को भी चोटें लगीं. बड़ी संख्या में आसपास के जनपदों से पुलिस बल मंगाया गया है.
किसी को नहीं बख्शेंगे- एसएसपी
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने कहा कि लखनऊ में हालात शांतिपूर्ण हैं. पुलिस की फायरिंग में किसी की मौत नहीं हुई है. अभी पुलिस मामले की जांच कर रही है. सीसीटीवी फुटेज निकाले जा रहे हैं कि आखिर इस युवक की कैसे मौत हुई है. शहर में 55 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, हम सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे हैं. लखनऊ के एसएसपी उचित कार्रवाई करेंगे. हम किसी को नहीं बख्शेंगे. ओपी सिंह ने आगे कहा कि शहर में स्थिति सामान्य है, कुछ घटनाएं ऐसी जगहों पर हुईं जहां प्रदर्शनकारियों ने घोषणा की थी कि वे इकट्ठा होंगे. उन्होंने हम पर पथराव किया और मीडिया की ओबी वैन में आग लगा दी. हमने उनका पीछा किया और आंसू गैस छोड़ी. अब स्थिति नियंत्रित पर है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो