निकिता जैकब की जमानत याचिका पर बांबे हाईकोर्ट में सुनवाई हुई है. दिल्ली पुलिस के वकील ने बहस की. निकिता जैकब को अंतरिम राहत न दिए जाने की मांग को लेकर दलील पेश की हैं. वहीं, बॉम्बे हाईकोर्ट की औरंगाबाद बेंच ने जमनात दी है. वहीं, लेकिन निकिता जैकब की जमानत पर सुनवाई पर फैसला कल होगा. दिल्ली पुलिस ने भरोषा दिलाया है कि कब तक निकिता मामले के आर्डर नहीं आता तब तक दिल्ली पुलिस निकिता को गिरफ्तार नहीं करेगी. दरअसल, टूलकिट केस में दिशा रवि की गिरफ्तारी के बाद अब दिल्ली पुलिस निकिता जैकब और शांतनु की तलाश में जुट गई है. ये दोनों उस व्हाट्सअप ग्रुप के सदस्य बताए जाते हैं, जिसे दिशा रवि ने तैयार किया था. बताया जा रहा है कि टूलकिट तैयार करने में दिशा रवि के साथ ये दोनों भी शामिल थे. निकिता और शांतनु के खिलाफ अब कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी किया है, जिसके खिलाफ दोनों की ओर से बॉम्बे हाईकोर्ट और औरंगाबाद बेंच में याचिका लगाई गई थी, जिसपर सुनवाई हुई, जिसमेंं कोर्ट ने शांतनु को बेल दे दिया है. जबकि निकिता जैकब पर फैसला बुधवार को होगा.
#BombayHighCourt will shortly begin hearing the transit bail plea of lawyer-activist Nikita Jacob apprehending arrest in the toolkit FIR registered by the Delhi Police in relation to the farmers protest.@nikitajacob pic.twitter.com/2EyhH1NpoY
— Bar & Bench (@barandbench) February 16, 2021
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दरअसल, टूलकिट' मामले में वांछित शांतनु मुलुक 20 और 27 जनवरी के बीच दिल्ली के टिकरी सीमा पर किसानों के विरोध स्थल पर मौजूद था. दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. 21 वर्षीय जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि से पूछताछ के दौरान इस जानकारी का पता चला. रवि को शनिवार को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया था.
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दिल्ली पुलिस ने पहले से ही सॉफ्टवेयर फर्म जूम को यह पता लगाने के लिए लिखा है कि 11 जनवरी को खालिस्तान पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन द्वारा आयोजित वर्चुअल जूम मीटिंग में कौन-कौन से कार्यकर्ता शामिल हुए थे, जिसमें 'ग्लोबल डे ऑफ एक्शन' के तौर-तरीकों पर काम किया गया था और उस जूम मीटिंग में तय की गई कार्रवाई के आधार पर निकिता जैकब, शांतनु, दिशा और अन्य ने मिलकर 'टूलकिट' दस्तावेज का मसौदा तैयार किया. दिल्ली पुलिस इस बात की भी पुष्टि कर रही है कि क्या बैठक में वैश्विक जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने भी भाग लिया था.
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सूत्रों के अनुसार, बैठक में भारत और विदेश के लगभग 60 से 70 लोगों ने भाग लिया
पुलिस ने कहा कि कनाडा स्थित प्रो-खालिस्तान संगठन पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन के संस्थापक धालीवाल ने गणतंत्र दिवस से पहले ट्विटर पर कनाडाई नागरिक पुनीत के जरिए निकिता से संपर्क किया था, ताकि ट्विटर पर एक पक्ष में लगातार ट्वीट किए जा सकें. सूत्रों के मुताबिक, साजिश में एक अन्य महिला अनीता लाल का नाम भी शामिल है. दिल्ली पुलिस की ओर से जांच के दौरान मामले में और गिरफ्तारी किए जाने की संभावना है.
HIGHLIGHTS
- टूलकिट केस में बॉम्बे हाई कोर्ट ने शांतनु मुलुक को 10 दिनों की ट्रांजिट अग्रिम जमानत दे दी है.
- दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने शांतनु मुलुक के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था.
- निकिता जैकब की अग्रिम जमानत याचिका पर अदालत कल फैसला सुनाएगी.
Source : News Nation Bureau