भारत बायोटेक (Bharat Biotech) कंपनी अब बुस्टर डोज बनाने की तैयारी में है. आपको बता दें कि यह बुस्टर डोज नाक के जरिए दी जाने वाली कोविड वैक्सीन (Intranasal Covid Vaccine) की बूस्टर खुराक है. दिलचस्प बात ये है कि ये बुस्टर डोज उन लोगों को भी दी जा सकती है. जिन्होने पहले से कोवैक्सीन या कोविशील्ड (Covaxin & Covishield) की दोनों खुराक ले रखी है. एएनआई के मुताबिक कोविड वैक्सीन (Intranasal Covid Vaccine) की बूस्टर खुराक के तीसरे चरण के नैदानिक परीक्षण (Clinical Trial) के लिए डीसीजीआई के पास आवेदन भेजा है.
यह भी पढ़ें : इससे अच्छा कुछ नहीं, 197 रुपए का प्लान चलेगा 150 दिन
ANI के मुताबिक भारत बायोटेक के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक कृष्णा एल्ला ने बीते 10 नवंबर को नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में नाक से दिए जाने वाले टीके (Nasal Vaccine) के महत्व पर जोर दिया था. इसके साथ ही उन्होंने बूस्टर डोज (Booster Dose) के संबंध में कहा था कि कोविड-19 रोधी टीके की दूसरी खुराक के छह महीने बाद ही तीसरी खुराक दी जानी चाहिए, यही सबसे उचित समय है. अब सोमवार को इसके ट्रायल के लिए आवेदन भेजा गया है.
क्या है नेजल वैक्सीन
भारत बायोटेक की नेजल वैक्सीन संक्रमण रोकने का सबसे कारगर डोज है. हर कोई ‘इम्यूनोलॉजी’ (प्रतिरक्षा विज्ञान) का पता लगाने की कोशिश कर रहा है और सौभाग्य से, भारत बायोटेक ने इसका पता लगा लिया है.”एल्ला ने कहा था, “हम नाक से देने वाला टीका ला रहे हैं. हम इस बात पर विचार कर रहे हैं कि क्या कोवैक्सिन की दूसरी खुराक को नाक से दिया जा सकता है, यह रणनीतिक रूप से, वैज्ञानिक रूप से भी बहुत महत्वपूर्ण है. क्योंकि दूसरी खुराक को यदि आप नाक से देते हैं तो आप संक्रमण को फैलने से और अधिक प्रभावी ढंग से रोका जा सकता है.
HIGHLIGHTS
- क्लीनिकल ट्रायल के लिए डीसीजीआई के पास भेजा आवेदन
- कोई वैक्सीन न लेने पर भी इस बुस्टर डोज को दे सकते हैं
- छह महीने बाद ही तीसरी खुराक दी जानी चाहिए