झारखंड में बीते दिनों कथित तौर पर भूख से दो लोगों की मौत पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की है।
सीपीएम नेता बृंदा करात के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल भवन जाकर मुलाकात की।
बृंदा करात ने साफ तौर पर कहा है कि मौत की वजह राशन कार्ड का आधार से लिंक नहीं होना था।
करात ने कहा, 'ये मौतें राशन कार्ड के रद्द होने के कारण हुई हैं जो कि आधार से लिंक नहीं थे। बिना उचित जांच के 11 लाख राशन कार्ड को रद्द कर दिया गया है।'
इसके अलावा करात ने झारखंड के मुख्यमंत्री रघुबर दास और केंद्र की बीजेपी सरकार पर गरीब लोगों के कल्याण के लिए कुछ नहीं करने का आरोप लगाया।
गौरतलब है कि बीते दिनों झारखंड के गिरीडीह और चतरा जिले से कथित तौर पर भूख से दो लोगों की मौत की घटना सामने आई थी जिसके बाद राज्य सरकार हरकत में आकर जांच के आदेश दिए थे।
गिरीडीह जिले के डुमरी इलाके में एक 58 वर्षीय महिला सावित्री देवी की मौत हुई थी। सावित्री देवी की बहू सरस्वती देवी ने कहा था कि वह पिछले तीन दिनों से कुछ भी नहीं खाई थी।
सरस्वती देवी ने कहा था, 'वे लोगों से भीख मांगने के बाद ही खा पाती थी। राशन कार्ड के लिए कई बार मांग की गई लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।'
इसके अलावा चतरा जिले के इतखोरी ब्लॉक में मीना मुसहर (45) नाम की महिला की मौत भी कथित तौर पर भूख के कारण हुई थी।
पिछले साल भी सिमडेगा में 11 वर्षीय बच्ची और धनबाद में एक रिक्शा चालक की मौत भूख के कारण हो गई थी।
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Source : News Nation Bureau