मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने मंगलवार को कहा कि वह देश के मुख्य जस्टिस दीपक मिश्रा के खिलाफ अन्य विपक्षी दलों के साथ मिलकर एक महाभियोग प्रस्ताव लाने पर विचार कर रही है।
यह कदम सर्वोच्च न्यायालय के चार वरिष्ठतम न्यायाधीशों द्वारा मिश्रा पर मामलों के आवंटन में मनमानी करने की शिकायत के बाद सामने आया है।
माकपा नेता सीताराम येचुरी ने बताया, 'इन हालात में कोई दूसरा उपाय नहीं है, लेकिन अगर कुछ गलत हो रहा है तो संस्थान (सर्वोच्च न्यायालय) को सही करने की जरूरत है। यह प्रधान न्यायाधीश के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाकर किया जा सकता है।'
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उन्होंने कहा कि 29 जनवरी से शुरू हो रहे आगामी बजट सत्र में प्रधान न्यायाधीश के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने की संभावनाओं पर अन्य विपक्षी दलों के साथ मामले पर चर्चा की जा रही है।
उन्होंने कहा, 'हम आगे बढ़ रहे हैं। मुझे लगता है कि जिस वक्त 29 जनवरी को संसद बैठेगी, मामला स्पष्ट हो जाएगा। हम महाभियोग प्रस्ताव लाने की ओर अग्रसर होंगे। यह समय विधायिका का कार्यपालिका के साथ मिलकर अपनी भूमिका निभाने का है।'
12 जनवरी को चार न्यायाधीशों ने सर्वोच्च न्यायालय के प्रशासन पर सही ढंग से कार्य नहीं करने का आरोप लगाया था। उन्होंने न्यायमूर्ति मिश्रा पर मामलों का आवंटन मनमाने तरीके से करने का आरोप लगाया था।
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Source : IANS