वित्तीय संकट से जूझ रही एयरलाइंस कंपनी जेट एयरवेज की बुधवार को 10 उड़ानें रद्द कर दी गईं. एक दिन पहले मंगलवार को कंपनी ने चार विमानों को खड़ा कर दिया था. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, चार बोइंग-737 की 19 उड़ानें मंगलवार को रद्द कर दी गईं. हालांकि, बुधवार को बेड़ा प्रबंधन के कारण रद्द की गईं उड़ानों की संख्या कम थी.
ऐसी अटकलें हैं कि विमानों के पट्टे की बकाया राशि का भुगतान न करने और कल-पुर्जों की कमी के कारण इनका परिचालन रोका गया.
जेट एयरवेज ने हालांकि, इन सभी अटकलों को खारिज करते हुए कहा है कि इन विमानों का परिचालन रोकने का सबसे बड़ा कारण बेड़ा प्रबंधन और संचालन है. यह अस्थायी प्रकृति का है.
हाल में जेट एयरवेज वित्तीय संकट में आ गई, और कंपनी की साझेदार एतिहाद और बैंकों के एक संघ के बीच एक बचाव योजना पर काम चल रहा है.
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वर्तमान में जेट एयरवेज के पास 120 से अधिक विमान हैं. उस पर 8,000 करोड़ रुपये का ऋण है और इसमें से कुछ राशि बैंकों द्वारा शेयरों में परिवर्तित की जा सकती है.
जेट एयरवेज ने सोमवार को कहा था कि 21 फरवरी को कंपनी की आम बैठक होगी. इस बैठक में ऋण को शेयरों या परिवर्तनीय उपकरणों या अन्य प्रतिभूतियों में परिवर्तित करने पर विचार करने और उसे मंजूरी देने के लिए एक विशेष प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा.
Source : IANS