जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के अधिकारियों ने पाकिस्तानी गोलाबारी का सामना करने वाले लोगों की सहायता के लिए 5,500 से अधिक बंकरों और 200 सामुदायिक हॉल तैयार करने का काम शुरू कर दिया है।
एलओसी से सटे इस जिले में पाक के संघर्ष विराम उल्लंघन के चलते अकसर लोगों को पलायन करना पड़ता है और कई बार लोगों की गोली लगने से मौतें भी हुई हैं।
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने रविवार को बताया कि 153.60 करोड़ रुपये की लागत वाली इस महत्वपूर्ण परियोजना को राज्य सरकार और केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से पहले ही मंजूरी मिल चुकी है।
इसे चालू वित्त वर्ष में ही पूरा किया जाना है। उन्होंने बताया कि जिला विकास आयुक्त शाहिद इकबाल चौधरी ने एक बैठक की अध्यक्षता की।
इस मीटिंग में संघर्ष विराम उल्लंघन के दौरान सीमांत क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए बनाए जाने वाले पारिवारिक बंकरों, सामुदायिक बंकरों, सामुदायिक हॉलों और सीमावर्ती भवनों के निर्माण शुरू करने संबंधी व्यवस्थाओं की समीक्षा की।
प्रवक्ता ने बताया, 'लाइन ऑफ कंट्रोल के 120 किलोमीटर लंबे हिस्से से सटे 7 ब्लॉकों में कुल 5,196 बंकर बनाए जा रहे हैं। इन ब्लॉकों में सुंदरबानी, किला द्राहल, नौशेरा, डूंगी, राजौरी, पंजग्रेन और मांजाकोट शामिल हैं।'
उन्होंने बताया कि संघर्ष विराम उल्लंघनों की घटना के दौरान लोगों को ठौर उपलब्ध कराने के लिए नियंत्रण रेखा से 3 किलोमीटर के भीतर स्थित गांवों में 260 से ज्यादा सामुदायिक बंकर और 160 सामुदायिक हॉल भी बनाए जाएंगे।
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Source : News Nation Bureau