देशभर में कृष्ण जन्माष्टमी की धूम है. श्रद्धालुओं ने भगवान कृष्ण की पूजा-अर्चना की. शनिवार की रात से मंदिरों में भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया है. मंदिरों में पूजा-अर्चना करने के लिए भक्तों की भीड़ उमरने लगी. वहीं इस बार जन्माष्टमी की तारीख को लेकर काफी मतभद है. कुछ लोगों ने शुक्रवार को ही जन्माष्टमी का त्योहार मना लिया. वहीं कुछ लोग शनिवार को जन्माष्टमी त्योहार मना रहे हैं. इसबार किसी खास कारण से जन्माष्टमी 23 और 24 अगस्त को मनाई जा रही है.
इस्कॉन मंदिर में धूमधाम से मनाया जा रहा जन्मोत्सव
इस्कॉन मंदिर में जन्माष्टमी का त्योहार शनिवार यानि 24 अगस्त को मनाया जा रहा है. इस मौके पर मंदिर में भव्य तैयारी की गई है. पूरे मंदिर को सजा दिया गया है. मंदिर परिसर भगवान कृष्ण की लीला मनोहर प्रस्तुति देखने को मिल रही है. सुबह से ही घरों और मंदिरों में कृष्ण के भजन गाए जा रहे हैं. बच्चों से लेकर बड़े तक सभी का उत्साह चरम पर है.
स्कूली बच्चों ने नृत्य प्रस्तुत कर मोहा मन
गुजरात के वडोदरा में जन्माष्टमी धूमधाम से मनाया जा रहा है. राधा-कृष्ण बनकर स्कूली बच्चों ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया. इस अवसर पर बच्चों रंग-बिरंगी कपड़े पहन खूब मस्ती की. कृष्ण नगरी मथुरा में भी धूमधाम से कृष्म का जन्मदिन मनाया जा रहा है. जम्मू-कश्मीर के राधा-श्याम मंदिर में भी कृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाया जा रहा है.
दुनिया के इन पांच देशों में भी जन्माष्टमी बड़ी ही धूम-धाम से मनाई जाती है
पूरा देश कृष्ण जन्माष्टमी के रंग में रंगा हुआ है. कृष्ण मंदिर सज चुके हैं और कान्हा के दर्शन के लिए मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है. मान्यता है कि आज के दिन ही भगवान श्रीकृष्ण का अवतरण हुआ था इसीलिए पूरा देश श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव बड़े ही भक्ति भाव के साथ मनाता है. बता दें कि श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है. इस हिसाब से 23 अगस्त को भी लोगों ने जन्माष्टमी का व्रत रखा. वहीं जो लोग रोहिणी नक्षत्र में कृष्ण जन्म मनाते हैं उन्होंने 24 अगस्त शनिवार को जन्माष्टमी का व्रत रखा. आपको जानकर हैरानी होगी की केवल भारत ही नहीं जन्माष्टमी का त्यौहार मना रहा बल्कि दुनिया के इन पांच देशों में भी जन्माष्टमी बड़ी ही धूम-धाम से मनाई जा रही है. फ्रांस, सिंगापुर, कनाडा, मलेशिया, न्यूजीलैंड में भी धूमधाम से मनाया जाता है.