क्रिप्टोकरेंसी हाल ही में काफी चर्चा में रही है. देश-विदेश में तमाम लोग क्रिप्टोकरेंसी में डील करते रहे हैं लेकिन अब क्रिप्टोकरेंसी से भी ज्यादा जिस चीज की चर्चा हो रही है वो है एनएफटी यानी की नॉन फंजिबल टोकन. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हाल ही में गूगल ने जो डाटा जारी किया है, उसमें क्रिप्टो से ज्यादा एनएफटी को सर्च किया गया है. यानी की गूगल ट्रेंड में एनएफटी ने क्रिप्टोकरेंसी को पछाड़ दिया. सबसे बड़ी बात तमाम मीडिया रिपोर्ट्स ये भी दावा करती हैं कि नाइक (Nike) और (Adidas) जैसे ब्रांड मेटावर्स एनएफटी प्रवेश कर रहे हैं. इसके अलावा स्नूप डॉग , ग्रिम्स, स्टीव ओकी, मिला कुनिस जैसी हस्तियां खुद के एनएफटी कलेक्शन जनता के लिए पेश कर चुकी हैं. इसके अलावा भारत में युवराज सिंह जैसे क्रिकेटर भी एनएफटी पेश कर चुके हैं.
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क्या होता है एनएफटी (NFT) - एनएफटी का मतलब नॉन फंजिबल टोकन है. यह डिजिटल स्पेस में किसी सामान या एसेट की खास पहचान है. यह एसेट कोई पेंटिंग, म्यूजिक या वीडियो हो सकता है. एनएफटी की मदद से डिजिटल जगत में किसी पेंटिंग, किसी पोस्ट, ऑडियो या वीडियो को सामान्य चीजों की तरह खरीदा और बेचा जा सकता है. इसके बदले आपको डिजिटल टोकन मिलते हैं, जिन्हें एनएफटी कहा जाता है.
क्रिप्टोकरेंसी बैन- कुछ समय पहले ये दावा किया जा रहा था कि क्रिप्टोकरेंसी भारत में बैन होने जा रही है, जिसके लिए सरकार बिल भी लाने वाली है लेकिन अभी तक इस तरह का बैन लगा नहीं है. पहले ये संभावना था की संसद के शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी बैन संबंधी बिल आ सकता है लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अब फरवरी में इस बिल के आने के कयास लगाए जा रहे हैं.