चक्रवाती तूफान बिपरजॉय ने गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय इलाकों में भीषण तबाही मचाई. उसके बाद बिपरजॉय राजस्थान की ओर बढ़ गया, जिसके चलते यहां भारी बारिश का खतरा मंडरा रहा है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, आज (शनिवार) पूर्वी राजस्थान में भीषण बारिश होने की संभावना है. जिसके चलते पूर्वी राजस्थान में रेड अलर्ट जारी किया गया है. इसके अलावा पश्चिमी राजस्थान के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. राजस्थान के 15 जिलों येलो अलर्ट भी जारी किया गया है. इसमें जैसलमेर, बीकानेर, चुरू, झुंझुनू, नागौर, सीकर, अजमेर, उदयपुर, राजसंमद, जयपुर, दौसा, अलवर, जयपुर सिटी, भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ शामिल है. मौसम विभाग का कहना है कि इन क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना है. भारी बारिश के चलते राजस्थान प्रशासन भी अलर्ट पर है. जिससे किसी भी आपात स्थिति से जल्द से जल्द निपटा जा सके.
राजस्थान में एनडीआरएफ की 17 टीम तैनात
राजस्थान में चक्रवात बिपरजॉय के खतरे को देखते हुए गहलोत सरकार पूरी तरह से तैयार है. राज्य की मुख्य सचिव उषा शर्मा ने बताया कि किसी भी हालात से निपटने के लिए एनडीआरएफ की 17 टीमों को नियुक्त किया गया है. इसके साथ ही 30 टीमों को तैयार रहने के लिए कहा गया है. जिससे जरूरत पड़ने पर टीम को मदद के लिए भेजा जा सके. मुख्य सचिव ने कहा कि बिपरजॉय को लेकर सरकार की तैयारियों का स्तर इस तरह का होना चाहिए. जिससे किसी की जान या माल का नुकसान नहीं होना चाहिए. एक सरकारी बयान के मुताबिक, मुख्य सचिव ने लोगों में इस प्राकृतिक आपदा से बचाव के बारे में अधिक से अधिक जानकारी मुहैया करने पर जोर दिया है.
Cyclonic Storm Biparjoy weakened into a Deep Depression at 2330 hours IST of June 16 over Southeast Pakistan adjoining Southwest Rajasthan and Kutch about 100 km northeast of Dholavira. To weaken further into a Depression during the next 12 hours: IMD pic.twitter.com/QVdnzdGTaf
— ANI (@ANI) June 16, 2023
मुख्य सचिव के मताबिक, राजस्थान के निचले इलाकों में जल जमाव की वजह से लोगों को परेशानी न हो, इसके लिए ग्राम प्रधान, ग्राम रक्षक, सुरक्षा सखी, सभी पंचायत समिति के सदस्यों की मदद से लोगों में जागरूकता पैदा करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि राजस्थान हमेशा से आपदा प्रबंधन में आगे रहा है. इस बार भी राज्य इससे ठीक से निपट लेगा. मौसम विभाग के मुताबिक, बिपरजॉय जालोर और बाड़मेर में प्रवेश करने के बाद कमजोर हो जाएगा. जिसके चलते राजस्थान में भारी बारिश और आंधी आने की संभावना है. उसके बाद ये धीरे-धीरे कमजोर होने लगेगा.
गुजरात के भुज और कच्छ में हुआ सबसे अधिक नुकसान
बता दें कि अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान बिपरजॉय ने सबसे ज्यादा नुकसान भुज और कच्छ में किया है. जहां सैकड़ों पेड़ गिर गए और बिलजी के खंभे टूट गए. एनडीआरएफ की टीमों ने लगातार काम कर उखड़े हए पेड़ों को हटा दिया है. इसके अलावा चक्रवात से पिपावाव पोर्ट के टर्मिनल्स को भी नुकसान हुआ है. गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने बिपरजॉय से निपटने में आपदा बचाव और राहत एजेंसियों की मदद की तारीफ की है. पटेल ने कहा कि, हम बिना किसी भारी नुकसान के एक बड़ी आपदा से लड़ने में सक्षम हुए हैं. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अन्य एजेंसियों ने चक्रवात से होने वाले किसी भी नुकसान को कम करने की पूरी कोशिश की है.
HIGHLIGHTS
- राजस्थान में भारी बारिश का अलर्ट
- एनडीआरएफ की 17 टीमें तैनात
- पूर्वी राजस्थान में रेड अलर्ट जारी
Source : News Nation Bureau