ओडिशा में चक्रवाती तूफान ‘फोनी’ की चपेट में आकर मरने वालों की संख्या शनिवार को बढ़कर 16 पर हो गई. राज्य के लगभग 10,000 गांवों और 52 शहरी क्षेत्रों में युद्धस्तर पर राहत एवं पुनर्वास कार्य प्रारंभ कर दिए गए हैं और इस तूफान से करीब एक करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओडिशा में हुई तबाही का जायजा लेने जाएंगे. बताया जा रहा है कि पीएम मोदी सोमवार को फोनी से प्रभावित इलाकों का जायजा लेंगे.
यह चक्रवाती तूफान अत्यधिक शक्तिशाली माना जा रहा है और यह तटीय क्षेत्र पुरी में शुक्रवार को टकराया था. माना जा रहा है कि यह चक्रवात ग्रीष्म कालीन चक्रवातों में ‘दुर्लभ से दुर्लभतम’ श्रेणी का है और बीते 43 सालों में पहली बार ओडिशा पहुंचने वाला पहला और बीते 150 सालों में आये तीन सबसे ताकतवर तूफानों में से एक है.
यह भी पढ़ें- ओडिशा में 'फानी' के कहर की वजह से टली NEET की परीक्षा
मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 240 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहे इस भीषण चक्रवाती तूफान की वजह से शुक्रवार को पुरी में तेज बारिश और आंधी आई. तूफान के कमजोर पड़ने और पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने से पहले इसकी चपेट में आए कस्बों और गांवों में बहुत से घरों की छतें उड़ गईं और कई मकान पूरी तरह से नष्ट हो गए. अधिकारियों ने बताया कि मरने वाले 16 लोगों में से मयूरभंज से चार, व पुरी, भुवनेश्वर और जाजपुर में तीन-तीन एवं क्योंझर, नयागढ़ और केंद्र पाड़ा में एक -एक व्यक्ति शामिल हैं.
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने एक बयान में कहा कि नागरिक समाज संगठनों, एनडीआरएफ, ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ओडीआरएएफ) के कर्मियों और एक लाख अधिकारियों के साथ लगभग 2,000 आपातकालीन कर्मचारी, सामान्य जनजीवन को फिर से बहाल करने के कार्य में लगे हुए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से बात की और तटीय राज्य में चक्रवात आने के बाद की स्थिति पर चर्चा की. पीएम मोदी के ओडिशा का दौरा करने की संभावना है.
प्रधानमंत्री ने राज्य सरकार को आश्वासन दिया कि केंद्र की तरफ से राज्य को लगातार सहायता मिलती रहेगी. रेलवे दो ट्रेनों को छोड़कर फोनी चक्रवात के मद्देनजर रोकी गई भुवनेश्वर के लिये सभी रेल सेवाओं को रविवार को फिर से बहाल करेगा. अधिकारियों ने कहा कि रेलवे ने ओडिशा में चक्रवात फोनी के टकराने के महज 24 घंटे बाद ही हावड़ा-चेन्नई मुख्यलाइन को साफ कर दिया है.
कोलकाता हवाई अड्डे पर सुबह नौ बजकर 57 मिनट पर विमानों का परिचालन बहाल हो गया. सियालदह और हावड़ा स्टेशनों पर ट्रेनों सेवाएं सामान्य हो चुकी हैं. कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट (केओपीटी) ने हल्दिया और कोलकाता डॉक पर शनिवार सुबह नियमित परिचालन बहाल कर दिया.
वहीं वायु सेना ने मानवीय मदद और आपदा राहत के लिए शनिवार को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित हिंडन एयर बेस से भुवनेश्वर के लिए तीन सी-130 जे सुपर हरक्युलिस विमानों को भेजा है. विमान में चक्रवात फोनी से प्रभावित स्थानों के लिए दवा सहित करीब 45 टन राहत सामग्री है.
Source : News Nation Bureau