तिरुवनंतपुरम में मछुआरा समुदाय ने रविवार को खुद की पहल से बचाव अभियान शुरू करने का फैसला किया। इसके साथ ही 115 लापता मछुआरों का पता लगाने के लिए 55 नौकाओं ने समुद्र का रुख किया है।
हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, चक्रवाती तूफान ओखी ने अब तक 10 लोगों की जान ले ली है और अभी तक 475 मछुआरे बचाए गए हैं।
विज्हिंजम तट के पास बुरी अवस्था में एक शव के बरामद होने के बाद बचावदलों ने बचाव अभियान को तेज करने का फैसला किया है।
पून्थुरा से 40 और विज्हिंजम से 15 नौकाएं भोजन और पानी के साथ रवाना हो गई हैं।
राज्य के पर्यटन मंत्री के सुरेंद्रम और मत्स्यपालन मंत्री जे मर्सीकुट्टी अम्मा 30 नवंबर से बचाव व पुनर्वास कार्यो पर नजर रखे हुए हैं और नौसेना, वायुसेना और तटरक्षक बल के अधिकारियों के साथ सहयोग कर रहे हैं।
हालांकि, तटीय गांवों के लोगों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है क्योंकि वे चक्रवाती तूफान से पहले पुख्ता इंतजाम करने में प्रशासन की नाकामी से खफा हैं।
पून्थुरा के एक निवासी ने बताया, 'प्रशासन बुरी तरह से विफल रहा है और राहत शिविरों में भी खराब व्यवस्था है, यहां तक कि बुनियादी चीजें तक उपलब्ध नहीं हैं। हम अपने क्षेत्र में एक नियंत्रण कक्ष खोलने की मांग कर करते आए हैं, लेकिन कुछ नहीं हुआ।'
गुस्साए मछुआरों ने रविवार को सड़कें बाधित की।
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Source : IANS