तमिलनाडु में आये तूफान 'वरदा' से हुए नुकसान के भरपाई के लिए मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। पनीरसेल्वम ने राष्ट्रीय आपदा कोष से एक हजार करोड़ रुपये देने की मांग की है।
मुख्यमंत्री ने कहा, 'हम आपसे (पीएम मोदी) आग्रह करते हैं कि राज्य को राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से 1000 करोड़ रुपया तत्काल दिया जाए।'
तमिलनाडु में वरदा से अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रूपये मुआवजा देने का ऐलान किया है। तूफान की आशंका को देखते हुए कांचिपुरम और तिरुवल्लुर में बुधवार तक स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।
'वरदा' ने सोमवार दोपहर चेन्नई के तटीय क्षेत्र में दस्तक दी थी। हालांकि मंगलवार दोपहर तक हालात सामान्य हो गए। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार सुबह जब शक्तिशाली तूफान का पहला हिस्सा तट से टकराया, उस वक्त हवा की रफ्तार 120 किलोमीटर प्रति घंटे थी। तूफान के साथ भारी बारिश हुई।
तूफान से सैकड़ों घर तबाह हुए हैं। जगह-जगह टूटे हुए पेड़ पड़े हैं। जिसे हटाने के लिए प्रशासन जुटी है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ.पन्नीरसेल्वम ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि 4,000 से अधिक पेड़ उखड़ गए हैं।
तूफान वरदा से उत्तर चेन्नई तापीय बिजली केंद्र (एनसीटीपीएस) की 600 मेगावाट इकाई-1 में बिजली उत्पादन प्रभावित हुआ है। पीओएसओसीओ के मुताबिक, एनसीटीपीएस की दो अन्य इकाइयों (600 मेगावाट तथा दूसरी 210 मेगावट) में विद्युत उत्पादन ठप हो गया है।
वहीं आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में तूफान 'वरदा' से 2 लोगों की मौत हो गई। क्षेत्र में भारी बारिश का दौर जारी है।