गुजरात में सौराष्ट्र क्षेत्र के तटीय जिलों से लगभग 1.5 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और दो विशेष निकासी ट्रेनों को सेवा में लगाया गया है. चक्रवाती तूफान वायु के राज्य में दस्तक देने के साथ इसकी रफ्तार 150 किमी प्रति घंटा से ज्यादा होने की संभावना है. इसी क्रम में पश्चिम रेलवे ने चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों में एहतियात के तौर पर 30 ट्रेनों को रद्द कर दिया है.
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अधिकारियों ने कहा कि अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे से सौराष्ट्र के पोरबंदर, दीव, कांडला, मुंद्रा और भावनगर के लिए उड़ान परिचालन को गुरुवार को रद्द कर दिया गया है, जबकि गुजरात के सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया है. गुजरात तट से पर्यटकों को जल्द से जल्द चले जाने को कहा गया है. दो विशेष निकासी ट्रेनों को सेवा में लगाया गया है. इसमें से एक सौराष्ट्र के ओखा से राजकोट के लिए बुधवार शाम 5.45 बजे और दूसरी शाम 8.05 बजे अहमदाबाद के लिए रवाना होगी.
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने संवाददाताओं से कहा कि भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार शाम तक हवा की रफ्तार 120 किमी प्रति घंटे से ज्यादा रहने की जानकारी अपडेट की है और हवा के झोंको की रफ्तार 175 किमी प्रति घंटे हो सकती है. मुख्यमंत्री ने स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशंस सेंटर में राज्य प्रशासन के साथ समीक्षा बैठक की है.
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रूपाणी ने कहा, "हमने पहले केवल कच्चे घरों में रहने वालों को स्थानांतरित करने की योजना बनाई थी, लेकिन चक्रवात के गंभीर होने की आशंका के कारण तटीय गांवों में सभी लोगों को स्थानांतरित करने का फैसला किया." मुख्यमंत्री ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार की सफलता तभी होगी, जब कोई जान नहीं जाए.
रूपाणी ने कहा कि दोपहर तक करीब 1.20 लाख से अधिक लोगों को स्थानांतरित कर दिया गया था और शाम तक और भी लोगों को स्थानांतरित कर दिया जाएगा. अधिकारियों ने कहा कि गुजरात में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमें और अन्य पहले ही आ चुके हैं. मुख्यमंत्री ने कहा, "चक्रवात का पहला प्रभाव रात को महसूस किए जाने की उम्मीद है और इसका अधिकतम प्रभाव सुबह तड़के चार बजे के बाद दिखाई देगा."