कांग्रेस ने सोमवार को 'विदआईएनसी' मोबाइल एप हटा दिया और कहा कि यह एप पांच महीने से निष्क्रिय था। कांग्रेस ने जोर देकर कहा कि इस एप से कोई डेटा चोरी नहीं हुआ है।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि कांग्रेस पर इस एप के जरिए जानकारी एकत्र करने के आरोपों में सच्चाई नहीं है।
उन्होंने कहा, 'बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) वाले आपको यह नहीं बताएंगे कि 'विदआईएनसी' एप को मात्र 15,000 लोगों ने डाउनलोड किया है। यह निष्क्रिय इसलिए हो गया, क्योंकि हमारे लोग मिस कॉल सदस्यता पसंद नहीं करते। कांग्रेस के लोग भौतिक और ऑफलाइन सदस्यता में विश्वास करते हैं। वहीं नरेंद्र मोदी एप 50 लाख लोगों ने डाउनलोड किया है।'
इससे पहले कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर खाते पर कहा था कि 'विदआईएनसी' मात्र एक सदस्यता एप है और पार्टी द्वारा सदस्यता के लिए 16 नवंबर, 2017 को 'डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट आईएनसी डॉट इन' का इस्तेमाल शुरू करने के बाद से इसका उपयोग नहीं हुआ है।
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कांग्रेस ने कहा कि लोगों के गुमराह होने तथा गलत यूआरएल वितरित होने के कारण हमें आज सुबह अपना एप गूगल प्ले स्टोर से हटाने को मजबूर होना पड़ा।
इसके अनुसार, 'मीडिया द्वारा बताया गया यूआरएल (एचटीटीपी मेंबरशिप डॉट इन) एप से हटा दिया गया है।'
पार्टी ने कहा कि जब से सदस्यता के लिए वेबसाइट का इस्तेमाल शुरू हुआ तब से एप का उपयोग मात्र सोशल मीडिया को संचालित करने के लिए किया जा रहा था।
कांग्रेस ने कहा, 'आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। लोगों के बारे में जानकारी किसी को नहीं दी गई।'
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को आरोप लगाया था कि नरेंद्र मोदी एप से इसके उपयोगकर्ताओं की जानकारी अमेरिकी कंपनियों को साझा की गई थी। इसके जबाव में बीजेपी ने कांग्रेस एप पर भी सवालिया निशान उठाए थे।
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Source : IANS