केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने शनिवार को कहा कि डाटा एक राष्ट्रीय संपत्ति हैं और इसका इस्तेमाल समृद्धि हासिल करने के लिये किया जाना चाहिए खासकर स्वास्थ्य, कृषि और शिक्षा के क्षेत्र में. उन्होंने यह भी कहा कि इसे ध्यान में रखते हुए सरकार डाटा सुरक्षा कानून लेकर आई है जिसपर संसद की प्रवर समिति विचार कर रही है.
प्रसाद ने कहा कि डाटा हर हाल में सुरक्षित रहना चाहिए और सरकार ने पिछले साल दिसंबर के पहले हफ्ते में निजी डाटा सुरक्षा विधेयक को मंजूर किया था जिसके तहत निजी और सरकारी कंपनियों समेत व्यक्तिगत डाटा को संभालने के लिये कार्यढांचा तैयार किया जाएगा.
प्रसाद यहां “डाटा निजता, डाटा सुरक्षा और डाटा संप्रभुता” विषय पर दिवंगत ठाकुर प्रसाद शताब्दी स्मृति व्याख्यान में अपनी बात कह रहे थे. यह कार्यक्रम आत्मबोध नाम के संगठन ने आयोजित किया था. ठाकुर प्रसाद जनसंघ के नेता थे और 1977 में बिहार सरकार में मंत्री रहे. वह केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के पिता भी थे.
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केंद्रीय मंत्री ने कहा, “डाटा एक राष्ट्रीय संपदा है. डाटा की इस महान संपदा का समुचित तरीके से इस्तेमाल होना चाहिए जिससे स्वास्थ्य, कृषि और शिक्षा के क्षेत्र में इससे लाभ मिले. इसलिये न सिर्फ डाटा का स्वामित्व ही महत्वपूर्ण है बल्कि इसकी संप्रभुता भी महत्व रखती है.”
Source : Bhasha