राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को गिरफ्तार किए गए पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के युवा विंग प्रमुख वहीद-उर-रहमान पारा सहित तीन लोगों के खिलाफ पूरक आरोपपत्र दाखिल किया, जिन्होंने कथित रूप से हिजबुल मुजाहिदीन के लिए एक फाइनेंसर के रूप में काम किया था. यह मामला पूर्व पुलिस अधीक्षक दविंदर सिंह से संबंधित है. एनआईए के एक प्रवक्ता ने कहा कि एजेंसी ने पारा सहित दो बंदूक चलाने वालों - शाहीन अहमद लोन और तफजुल हुसैन परिमू के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया, जिन्होंने हाल ही में जम्मू-कश्मीर में हुए जिला विकास परिषद के चुनावों में जीत हासिल की थी.
अधिकारी ने कहा कि पारा आतंकवादी हार्डवेयर की खरीद के लिए हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादियों को धन जुटाने और स्थानांतरित करने के लिए 'साजिश' का हिस्सा था और जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक-अलगाववादी-आतंकवादी सांठगांठ को बनाए रखने में भी एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी था. पारा दक्षिण कश्मीर में पीडीपी के पुनरुद्धार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था, खासकर उग्रवाद प्रभावित पुलवामा जिले में.
अधिकारी ने कहा कि जांच के दौरान, यह पता चला कि आरोपित लोन और परिमू प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों हिजबुल मुजाहिदीन और लश्कर ए तैयबा (एलईटी) के आतंकवादियों को धन मुहैया कराने के अलावा नियंत्रण रेखा के पार से चल रही बंदूक में शामिल थे. पाकिस्तान में स्थित हैंडलर के इशारे पर जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों को बनाए रखने के लिए आतंकवादी.
जांच से जुड़े एक अन्य एनआईए अधिकारी ने कहा कि परिमू कश्मीर में तंगधार क्षेत्र से हथियार और गोला-बारूद लाता था और फिर उन्हें शोपियां जिले के मालदा के पूर्व सरपंच तारिक मीर के करीबी सहयोगियों में से एक को सौंप देता था. अधिकारी ने कहा कि परिमू जावेद नामक एक पाकिस्तान स्थित हथियार आपूर्तिकर्ता से हथियार प्राप्त करता था, जिसे पाकिस्तानी एजेंसियों ने गिरफ्तार कर लिया है.
आपको बता दें कि इसके पहले सितंबर 2020 में जम्मू और कश्मीर के निलंबित पुलिस उप-अधीक्षक (डीएसपी) दविंदर सिंह और हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी नवीद बाबू मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में कई स्थानों पर छापे मारे थे. एक एनआईए अधिकारी उस समय मीडिया को बताया था कि, एनआईए हिजबुल कमांडर नावेद बाबू-दविंदर सिंह डीएसपी मामले में बारामूला के विभिन्न हिस्सों में छापेमारी कर रही है. यह भी पता चला है कि एजेंसी की टीम ने पुलिस के साथ मिलकर वाजा मोहल्ला के रायपोरा फलहलां में रसूल वाजा के घर पर भी छापेमारी की है. वाजा, राज्य स्वास्थ्य विभाग के सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं.
HIGHLIGHTS
- NIA ने दविंदर मामले में एक और आरोपपत्र दाखिल किया
- एनआईए ने वहीद पारा के खिलाफ पूरक आरोपपत्र दाखिल
- पारा आतंकवादी हार्डवेयर की खरीद का प्रमुख सहयोगी