सामरिक तौर पर भारत को बड़ा झटका लगा है। पूर्वी अफ्रीकी देश सेशेल्स के राष्ट्रपति डैनी फॉरे ने भारत यात्रा से ठीक पहले भारत की मदद से असम्पशन आईलैंड में बनने वाले नेवल बेस समझौते से हाथ पीछे खींच लिया है और कहा है कि इसे विकसित करने पर बात नहीं होगी।
सेशेल्स और भारत के बीच इसके लिए साल 2015 में समझौता हुआ था लेकिन सेशेल्स में विपक्षी पार्टियां इसका जबरदस्त विरोध कर रही हैं जिस वजह से राष्ट्रपति फॉरे को यह फैसला लेना पड़ा। गौरतलब है कि अगर सेशेल्स के द्वीप पर नेवल बेस विकसित किया जाता तो हिंद महासागर में इसका भारत को रणनीतिक तौर पर फायदा मिलता।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक राष्ट्रपति फॉरे 26 को जून को द्विपक्षीय यात्रा पर भारत आएंगे जहां वो द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने सहित कई मुद्दों पर भारत सरकार से चर्चा करेंगे।
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राष्ट्रपति फॉरे ने 4 जून को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि सेशेल्स अपने बलबूते आईलैंड पर सैन्य बेस विकसित करेगा इसलिए इस योजना पर भारत के साथ आगे बढ़ने की अब कोई योजना नहीं है।
सेशेल्स के न्यूज एजेंसी के मुताबिक उन्होंने कहा है कि अगले साल के बजट में हम आईलैंड पर कोस्टगार्ड बेस तैयार करने के लिए अलग से प्रावधान करेंगे। यह हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण है कि हम उस क्षेत्र में मिलेट्री बेस बनाएं।
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Source : News Nation Bureau