गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) समेत बड़े आर्थिक सुधारों को लागू किए जाने के बाद गुजरात और हिमाचल प्रदेश का चुनाव मोदी सरकार की लोकप्रियता का 'लिटमस टेस्ट' साबित होने जा रहा है।
सिंगापुर की बैंक डीबीएस बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक ग्रोथ रेट में आई सुस्ती, जीएसटी की वजह से छोटे और मझोले कारोबारी पर होने वाले असर और जातिगत समीकरणों की वजह से सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) 'चिंतित' है।
रिपोर्ट में कहा गया है, 'इन चुनावों के नतीजे हालिया नीतिगत बदलावों और सुधारों के संदर्भ में मोदी सरकार की लोकप्रियता का इम्तिहान साबित होने जा रहा है।'
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रिपोर्ट में कहा गया है कि चुनावी नतीजे यह बताएंगे कि आम जनता ने किस तरह से 'मह्त्वपूर्ण लेकिन अस्थिरता फैलाने वाले' सुधारों पर प्रतिक्रिया दी।
ग्रोथ में आई सुस्ती के अलावा व्यक्ति केंद्रित राजनीति भी गुजरात में बीजेपी के लिए चिंता का विषय बना हुआ है, क्योंकि यह चुनाव पहला वैसा चुनाव होने जा रहा है, जो नरेंद्र मोदी के बिना लड़ा जा रहा है।
रिपोर्ट में कहा गया है, 'हम यह मानते हैं कि इन चुनावों के आधार पर मई 2019 के आम चुनाव के नतीजों के बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। अगले साल का चुनाव लोगों की सोच के बारे में बेहतर झलक दे सकता है।'
हिमाचल प्रदेश में 9 नवंबर को चुनाव होने हैं जबकि गुजरात में दो चरणों में, 9 और 14 दिसंबर को चुनाव होने हैं। बैंक की रिपोर्ट में कहा गया है कि हाल ही में आए कुछ सर्वे में दोनों राज्यों में बीजेपी की जीत का अनुमान जताया गया है।
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HIGHLIGHTS
- गुजरात और हिमाचल प्रदेश का चुनाव मोदी सरकार की लोकप्रियता का 'लिटमस टेस्ट' साबित होने जा रहा है
- हिमाचल प्रदेश में 9 नवंबर को चुनाव होने हैं जबकि गुजरात में दो चरणों में, 9 और 14 दिसंबर को चुनाव होने हैं
Source : News Nation Bureau