केंद्र सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों और पेशनर्स को बड़ा तोहफा दिया है. पीएम मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई बैठक में महंगाई भत्ते (dearness allowance) को चार प्रतिशत बढ़ाए जाने की मंजूरी दी गई है. ऐसे में अब करीब 1.10 करोड़ से ज्यादा केंद्रीय कर्मियों और पेशनर्स को बढ़े हुए महंगाई भत्ते का लाभ मिलेगा. सरकार के इस फैसले के अनुसार, महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी के बाद केंद्रीय कर्मियों और पेशनर्स को 38 प्रतिशत महंगाई भत्ते का लाभ मिलेगा. अब तक यह 34 प्रतिशत तक था. कर्मचारियों को इस भुगतान के लिए सरकार पर हर साल 12000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार पड़ने वाला है.
महंगाई भत्ते में किया गया इजाफा कर्मचारियों और पेशनर्स को एक जुलाई 2022 से मिलेगा. इससे पहले मार्च 2022 में जनवरी से महंगाई भत्ता बढ़ाने की घोषणा की गई थी. उस समय केंद्रीय कर्मियों का महंगाई भत्ता 31 से बढ़कर 34 प्रतिशत तक हो गया था. कर्मचारियों और पेंशनर्स को सितंबर के वेतन में दो माह का एरियर भी दिया जाएगा. जब महंगाई बढ़ जाती है तो लोगों की क्रय शक्ति पर असर पड़ता है. ऐसे में महंगाई भत्ते को देकर लोगों को राहत दी जाती है. इस तरह से महंगाई बढ़ने के बाद भी लोगों की जेब पर असर नहीं पड़ता है.
गौरतलब है कि महंगाई के आधार पर ही भत्ते की गणना होती है. महंगाई को मापने के लिए सरकार ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स की महंगाई दर को अपना आधार बनाती है. इस आधार पर हर साल दो बार कर्मचारियों को महंगाई भत्ता दिया जाता है.
HIGHLIGHTS
- कर्मियों और पेशनर्स को 38 प्रतिशत महंगाई भत्ते का लाभ मिलेगा
- सरकार पर हर साल 12000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार पड़ेगा
- सितंबर के वेतन में दो माह का एरियर भी दिया जाएगा