रक्षा राजनाथ सिंह फिलहाल रूसी दौरे पर हैं. वह बुधवार को रूस में होने वाली विक्ट्री डे परेड में शिरकत करेंगे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का ये दौरा इसलिए भी खास माना जा रहा है कि क्योंकि इस दौरान उन्होंने रूस से रूसी हथियारों की जल्द से जल्द डिलीवरी की अपील की है. वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राजनाथ सिंह का कहना है कि रूस के साथ उनकी सकारात्मकर बातचीत हुई और रूस उनकी ज्यादातर मांगों को मान चुका है.
वहीं भारत ने चीनी मीडिया की उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है, जिसमें यह कहा गया था कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) मॉस्को में चीनी रक्षामंत्री वेई फेंगे से मिल सकते हैं. अब रक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने साफ कर दिया है कि मॉस्को में सैन्य परेड के इतर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उनके चीनी समकक्ष वेई फेंगे के बीच कोई द्विपक्षीय बैठक नहीं होगी.
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'भारत को हथियार नहीं बेचे रूस'
चीनी मुखपत्र पीपुल्स डेली ने रूसी रणनीतिक समुदाय को प्रभावित करने की कोशिश में अपने फेसबुक पेज पर रूसी भाषा में एक मैसेज पोस्ट किया जिसमें रूस को भारत को हथियार नहीं बेचने की सलाह दी गई थी. फेसबुक पर पीपुल्स डेली की ओर से पोस्ट में कहा गया, 'यदि रूस भारतीयों और चीनी लोगों के दिलों को नरम करना चाहता है, तो इस बुरे माहौल में भारत को हथियार न बेचना ही बेहतर रहेगा.'
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जल्द डिलिवरी की मांग
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रूस से S-400 डिफेंस सिस्टम, सुखोई-30 MKIs, मिग-29 की जल्द डिलिवरी की अपील कर सकते हैं. भारत पहले ही रूस को कई ऑर्डर दे चुका है, जो नियमित वक्त पर समुद्री रास्ते से आना था. लेकिन अब क्योंकि हालात बदल चुके हैं, तो भारत इनकी सप्लाई तुरंत और हवाई मार्ग से चाहता है.