मोदी सरकार में गृहमंत्रालय से रक्षामंत्री बनते ही राजनाथ सिंह एक्सन में दिख रहे हैं. इसके चलते राजनाथ सिंह ने देश की सुरक्षा व्यवस्था के हालात का जायजा लेना शुरू कर दिया है. इसी क्रम में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को सियाचिन आधार शिविर जाएंगे और वहा तैनात सैनिकों से मुलाकात करेंगे. राजनाथ पाकिस्तान से लगी सीमा पर सुरक्षा हालात की समीक्षा करेंगे. रक्षामंत्री का राष्ट्रीय राजधानी के बाहर यह पहला दौरा होगा. रक्षा मंत्री के कार्यालय ने ट्वीट किया, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को जम्मू एवं कश्मीर के लद्दाख क्षेत्र का दौरा करेंगे.
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अपने दौरे के दौरान वह एक अग्रिम चौकी पर जवानों से बातचीत करेंगे और सियाचिन युद्ध स्मारक पर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. वह सियाचिन आधार शिविर में भी जवानों से बातचीत करेंगे". सूत्रों के अनुसार, सिंह के साथ सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत और रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी होंगे. सिंह को लद्दाख क्षेत्र में और सियाचिन ग्लेशियर इलाके में सेना द्वारा चलाए जा रहे अभियानों की जानकारी दी जाएगी.
सियाचिन ग्लेशियर हिमालय के पूर्वी काराकोरम पर्वत श्रंखला में स्थित है, जहां भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा समाप्त होती है. सेना ने इस इलाके में एक ब्रिगेड तैनात कर रखे हैं, जहां कुछ चौकियां 6,400 मीटर की ऊंचाई पर स्थित हैं. सियाचिन ग्लेशियर पर 13 अप्रैल, 1984 से ही सेना का नियंत्रण है, जब पाकिस्तानी सेना को हरा कर चोटी पर कब्जे के लिए 'ऑपरेशन मेघदूत' (एक सैन्य कार्रवाई का कूट नाम) लांच किया गया था. रक्षामंत्री सियाचिन ग्लेशियर के आसपास के इलाकों का भी दौरा कर सकते हैं. सिंह ने शनिवार को कार्यभार संभालने के बाद रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों से कहा था कि वे सभी डिविजनों पर विस्तृत प्रस्तुतियां तैयार करें और अपेक्षित परिणाम हासिल करने के लिए समयबद्ध लक्ष्य निर्धारित करें.
Source : News Nation Bureau