दिल्ली के दिल में बसा 84 साल पुराना रीगल सिनेमाघर 31 मार्च को बंद होने जा रहा है। 1932 में खुला सबसे पुराना सिनेमाघर 'रीगल' दिल्ली का सबसे पहला सिनेमाघर है।
रीगल सिनेमाघर की अंतिम फिल्म अनुष्का शर्मा की 'फिलौरी' होगी। 31 मार्च से सिनेमाघर को बंद करने का फैसला किया गया है। तस्वीर में बिल्डिंग पर लगे बोर्ड में शब्दों का गायब होना साफ़ नजर आ रहा है जो कि इस सिनेमाघर के बारे में बहुत कुछ बयां कर रहा है।
नई दिल्ली नगरपालिका परिषद् ने हाल ही में कनॉट प्लेस के सभी भवनों को नोटिस जारी कर उनसे भवन सुरक्षा प्रमाणपत्र मांगा था।
रीगल के मालिक भवन का सुरक्षा प्रमाणपत्र प्राप्त करने में नाकामयाब रहे जिसके चलते सिनेमाघर को बंद करने का फैसला लिया गया है। सिनेमाघर के बंद होने की सूचना उसके मालिकों ने बाहर नोटिस में दी है जिसमें लिखा है 'प्रबंधन ने 31-03-2017 से परिसर में व्यवसाय बंद करने का फैसला लिया है।'
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इस 84 साल पुराने थिएटर में आपके माता-पिता से लेकर दादा-दादी तक ने कनॉट प्लेस के सबसे पुराने थिएटर में फिल्में देखी होंगी। रीगल की ग्राहक सूची में प्रसिद्ध हस्तियां लार्ड माउंटबेटन और देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और उनकी बेटी इंदिरा गांधी जैसे नाम शामिल है।
सिनेमाघर के मालिक इसे बंद करके दोबारा मल्टीप्लेक्स के रूप में रीगल को शुरू करने की योजना बना रहे थे।
रीगल के प्रबंधक रूप घई ने कहा, 'हम सिनेमाघर को बंद करके उसे मल्टीप्लेक्स में बदलने की सोच रहे थे। लेकिन नई दिल्ली नगरपालिका परिषद् द्वारा कनॉट प्लेस के सभी भवनों को नोटिस जारी कर भवन सुरक्षा प्रमाणपत्र मांगे जाने के बाद हमने इसे महीने के अंत में बंद करने का फैसला लिया है।'
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पिछले महीने कनॉट प्लेस में दो भवनों की छत गिरने के कारण एनडीएमसी ने यह फैसला लिया है। घई ने कहा, 'रीगल भवन 84 साल पुराना है और प्रमाणपत्र के लिए उसके निरीक्षण में वक्त लगेगा। हम अपने भवन में कोई दुर्घटना नहीं चाहते हैं, इसलिए परिसर में कोई व्यावसायिक गतिविधि नहीं होगी।
1977 से काम कर रहे इस सिनेमाघर के 40 साल पुराने अकाउन्टन्ट अमन सिंह वर्मा ने अंग्रेजी अखबार TOI को बताया कि रीगल 'राज कपूर' का सबसे लोकप्रिय सिनेमाघर था।
एक वक़्त था जब लगातार इस सिनेमाघर की स्वर्ण जयंती मनाई जाती थी लेकिन अब उन्हें भी याद नही कि उन्होंने आखिरी बार कब स्वर्ण जयंती मनाई थी।
लोगों की कमी की वजह से सिनेमाघर की कमाई पर भी कॉफी असर पड़ा है। फिल्म 'आ गया हीरो' के दो शो से सिर्फ 8,999 रुपये की कमाई हुई थी वही 'फिल्म 'बद्रीनाथ की दुल्हनिया से' सिर्फ 12,185 रुपये की कमाई हो पाई थी।
इतने कम शो कि कमाई से थिएटर को चलाने और कर्मचारियों को तनख्वा देना बेहद मुश्किल था।
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एक वक़्त था जब इस सिनेमाघर में शो देखने के लिए ग्राहकों की सिनेमाघर के बाहर लंबी कतारें होती थी। हॉल को फूलों से सजाया गया होता था और ग्राहकों को प्रिंट किये हुए पैम्फलेट दिए जाते थे।
राज कपूर और नरगिस जैसे बड़े सितारें 'रेड कारपेट' के लिए आया करते थे। बड़े-बड़े सितारों की तसवीरें हॉल के ठीक बाहर गैलरी में प्रदर्शित की जाती थी।
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Source : News Nation Bureau