कोरोना वायरस (Corona Virus) ने पूरे देश को ग्रसित कर रखा है, जिसका असर त्योहारों पर भी पड़ रहा है. इस घातक वायरस की वजह से ईद और रक्षाबंधन जैसे त्योहार की रौनक फीकी पड़ गई तो 15 अगस्त को देश की आजादी का जश्न इस बार घर के अंदर ही मनाना पड़ा है. अब आगे मोहर्रम और गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) आने वाली है, जिस पर अभी से कोरोना महामारी का प्रभाव देखने को मिला है. दिल्ली में मोहर्रम के दौरान जूलूस और गणेश चतुर्थी को लेकर अहम फैसला लिया गया है.
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केंद्र सरकार की गाइडलाइन के तहत दिल्ली में मोहर्रम के दौरान जूलूस निकालने और गणेश चतुर्थी के दौरान सार्वजनिक मूर्ति स्थापना पर रोक लगाई गई है. केंद्र सरकार से जारी गाइडलाइन के तहत गणेश चतुर्थी के दौरान पंडाल बनाने पर भी प्रतिबंध रहेगा. दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने दिल्ली के सभी संबंधित अधिकारियों को केंद्र सरकार की गाइडलाइन का कड़ाई से अनुपालन कराने का निर्देश जारी किए हैं. दिल्ली में कोविड-19 महामारी के फैलने के खतरे के मद्देनजर सभी लोगों से पर्व को घर पर ही मनाने की अपील की गई है.
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डीपीसीसी के अनुसार, गणेश चतुर्थी पर यमुना या किसी अन्य जलाशय, सार्वजनिक स्थल, तालाब या घाट पर प्रतिमा विसर्जन की अनुमति नहीं होगी. अगर किसी ने इस आदेश का उल्लंघन भी किया तो उस पर 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगेगा. डीपीसीसी की ओर से जारी 'अनलॉक 3' के दिशा निर्देशों के अनुसार, गणेश पूजा और मूर्ति विसर्जन जैसे धार्मिक आयोजन और सामूहिक रूप से एकत्र होने की अनुमति नहीं है.
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गौरतलब है कि देशभर में कोरोना वायरस के मामले 26 लाख के करीब पहुंच गए हैं. जबकि अब तक पूरे देश में करीब 50 हजार लोगों की मौत कोरोना के चलते हुई है. अभी देश में हर रोज 60 हजार से अधिक कोरोना के नए मरीज मिल रहे हैं. बीते 24 घंटे में 63 हजार से अधिक लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है.