Delhi Earthquake: दिल्ली-एनसीआर सोमवार देर शाम भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. भूकंप के ये झटके राजधानी दिल्ली के अलावा नोएडा और गाजियाबाद में भी महसूस किए गए. भूकंप के झटके आने के बाद लोग सहम गए और अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए. इस भूकंप के अभी तक किसी भी तरह के जान या माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है. जानकारी के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.0 मापी गई. भूकंप के झटके काफी देर तक महसूस किए गए.
बताया जा रहा है कि इस भूकंप का केंद्र नेपाल-चीन सीमा के पास था. भूकंप इतनी तेज आया कि लोग बुरी तरह से डर गए और अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए. इसके साथ ही चीन के दक्षिणी झिंजियांग में भी सोमवार रात 11.39 बजे 7.2 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए. ये जानाकरी राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने दी.
क्या है भूकंप आने का कारण?
हमारी धरती सात टेक्टोनिक प्लेट्स से मिलकर बनी है. ये टेक्टोनिक प्लेट्स लगातार घूमती रहती हैं. इसी दौरान ये कई बार आपस में टकरा जाती है या रगड़ जाती हैं. ऐसे में ये कई बार एक दूसरे के ऊपर चढ़ जाती हैं या फिर दूर हो जाती हैं. इस क्रिया में भारी मात्रा में ऊर्जा पैदा होती है. जब ये ऊर्जा बाहर निकलती है तो जमीन के ऊपर भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं. भूकंप को नापने के लिए रिक्टर पैमाने का इस्तेमाल किया जाता है.
जिसे रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल कहा जाता है. रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल 1 से 9 तक होता है. भूकंप की तीव्रता को उसके केंद्र से नापा जाता है. एक तीव्रता वाला भूकंप सबसे कम और 9.0 तीव्रता वाला भूकंप सबसे तेज माना जाता है. जिससे भारी जान और माल का नुकसान होता है. इमारतें गिर जाती है और कई स्थानों पर धरती फट जाती है. अगर रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 7.0 दिखती है तो उसके आसपास के 40 किलोमीटर के इलाके में भूकंप के तेज झटके महसूस किए जाते हैं.
Source : News Nation Bureau