भारत और वियतनाम के बीच शनिवार को रिन्यूएबल एनर्जी (नवीकरणीय ऊर्जा), कृषि, टैक्सटाइल्स, तेल और गैस सेक्टर जैसे कई समझौतों पर हस्ताक्षर हुए।
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि वियतनाम नई दिल्ली की एक्ट ईस्ट नीति के तहत एक महत्वपूर्ण साझेदार है और फिलहाल दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के संगठन (आसियान) में भारत के लिए समन्वयक की भूमिका निभा रहा है।
पीएम मोदी ने दोनो देशों के बीच हुए समझौते को लेकर कहा, 'हम दोनो देश रिन्यूएबल एनर्जी (नवीकरणीय ऊर्जा), कृषि, टैक्सटाइल्स, तेल और गैस सेक्टर को लेकर अपने रिश्ते और मजबूत करेंगे। तेल और गैस सेक्टर में हम दोनो सिर्फ रिश्ते ही मज़बूत नहीं करेंगे बल्कि भविष्य में किसी तीसरे देश को भी साथ लाने को लेकर विचार करेंगे।'
पीएम ने आगे कहा, 'दोनो देश रक्षा क्षेत्र में उत्पादन बढ़ाने की दिशा में काम करेंगे, साथ ही तकनीक के क्षेत्र में भी नए अवसर पैदा करेंगे। हम दोनो मिलकर एक स्वतंत्र और खुशहाल भारत प्रशांत क्षेत्र बनाएंगे जहां दोनो ही अंतर्राष्ट्रीय कानून और संप्रभुता का ख़्याल रखें।'
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इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वियतनाम के राष्ट्रपति त्रान दाई क्वांग का दोनों देशों के बीच होने वाली द्विपक्षीय वार्ता से पहले हैदराबाद हाउस में स्वागत किया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर कहा कि मोदी ने हैदराबाद हाउस में क्वांग का स्वागत किया। क्वांग पहली बार भारत के आधिकारिक दौरे पर आए हैं।
कुमार ने कहा, 'भारत और वियतनाम के बीच इतिहास की साझा जड़ों के साथ जोशपूर्ण और सौहार्दपूर्ण रिश्ता रहा है।'
दोनो देशों के बीच वार्ता के बाद, कई क्षेत्रों में विभिन्न समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है।
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क्वांग शनिवार सुबह राष्ट्रपति भवन पहुंचे जहां उनका औपचारिक स्वागत किया गया। इस दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहे। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी क्वांग से मुलाकात की।
गणमाण्य अतिथि वियतनाम-भारत व्यापार फोरम और 'वियतनाम डेज इन इंडिया 2018' के उद्घाटन समारोह में भी शामिल होंगे।
वियतनाम नई दिल्ली की एक्ट ईस्ट नीति के तहत एक महत्वपूर्ण साझेदार है और फिलहाल दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के संगठन (आसियान) में भारत के लिए समन्वयक की भूमिका निभा रहा है।
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आसियान के अलावा भारत और वियतनाम पूर्वी एशिया सम्मेलन, मेकोंग गंगा सहयोग, एशिया यूरोप बैठक जैसे क्षेत्रीय मंचों में भी सहयोग कर रहे हैं।
भारत और वियतनाम का 2016-17 में व्यापार 6.24 अरब डॉलर रहा और दोनों पक्षों के बीच व्यापार को 2020 तक 15 अरब डॉलर तक बढ़ाने पर सहमति बनी है।
रक्षा क्षेत्र दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों का महत्वपूर्ण स्तंभ बनकर उभरा है।
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Source : News Nation Bureau