गर्मी ने जुलाई में भी रिकॉर्ड बनाने का सिलसिला कायम रखा है. तेज गर्मी झेल रहे दिल्ली, पंजाब समेत कुछ राज्यों को फिलहाल दो दिनों तक राहत मिलने की संभवना नहीं है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जुलाई के पहले ही दिन गर्मी ने 90 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया. मॉनसून के सीजन में दिल्ली बीते तीन दिनों से लू का जबर्दस्त प्रकोप झेल रही है. तापमान लगातार बढ़ रहा है. हालांकि मौसम विभाग की मानें तो शुक्रवार को कुछ राहत मिलने की उम्मीद है. आंशिक तौर पर बादल छाएंगे, बूंदाबांदी होने की संभावना है. हालांकि तापमान में कुछ कमी आएगी, लेकिन उमस बढ़ेगी.
ऐसा रहेगा देश का मौसम
मौसम विभाग ने जारी बुलेटिन में कहा कि अगले 5-6 दिनों में प्रायद्वीपीय भारत के उत्तर-पश्चिम, केंद्र और पश्चिमी हिस्सों में कम बारिश जारी रहने की संभावना है. इस दौरान बिहार, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम और उत्तर-पूर्वी राज्यों में व्यापक वर्षा हो सकती है. अरुणाचल प्रदेश में 2-3 जुलाई और उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम और असम और मेघालय में 1 से 4 जुलाई तक भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. निचले स्तरों पर पाकिस्तान से उत्तर-पश्चिम भारत तक शुष्क पश्चिमी/दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के कारण पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तरी राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में अगले दो दिनों में लू चल सकती है. बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में अगले 24 घंटों में तेज आंधी तूफान की संभावना है.
यह भी पढ़ेंः पुलवामा में सुरक्षा बल और आतंकियों में मुठभेड़, कई आतंकी घिरे, जवान शहीद
90 साल पहले दिल्ली में जुलाई में हुआ था ऐसा
जुलाई के पहले दिन तापमान 43.6 डिग्री तक पहुंच गया. यह सामान्य से 6 डिग्री अधिक रहा. मौसम विभाग के अनुसार इससे पहले एक जुलाई 1931 को तापमान 45 डिग्री तक पहुंचा था. जुलाई में दो बार 5 जुलाई 1987 और 2 जुलाई 2012 को तापमान 43.5 डिग्री तापमान दर्ज हुआ है. गुरुवार को मंगेशपुर में तापमान 45.2 डिग्री पर पहुंच गया. नजफगढ़ में 44 डिग्री, पीतमपुरा में 44.3 डिग्री रहा. न्यूनतम तापमान भी बढ़कर 31.7 डिग्री पहुंच गया. यह सामान्य से चार डिग्री अधिक है. यह इस सीजन की सबसे गर्म सुबह रही. पीतमपुरा में न्यूनतम तापमान 35.2 डिग्री और पूसा में 35 डिग्री रहा.
शुक्रवार को दिल्ली वासियों को गर्मी से थोड़ी राहत की उम्मीद
स्थानीय मौसम विभाग के हेड डॉ. कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि शुक्रवार को गर्मी से थोड़ी राहत मिलेगी. आंशिक तौर पर बादल छाएंगे. 40 से 50 किलोमीटर की रफ्तार से धूल भरी गर्म हवाएं चलेंगी. कुछ जगहों पर बूंदाबांदी हो सकती है. अधिकतम तापमान 41 डिग्री रहेगा. हालांकि कुछ जगहों पर लू चलने की संभावना भी है. बूंदाबांदी दो दिनों तक रहेगी, लेकिन इससे बहुत अधिक उम्मीद रखना बेमानी है. 4 जुलाई से मौसम एक बार फिर शुष्क हो जाएगा. 7 जुलाई तक अधिकतम तापमान 40 डिग्री से उपर ही रहेगा. 7 जुलाई के बाद मॉनसून आगे बढ़ेगा. राजधानी में जून में बारिश कम हुई है, लेकिन बारिश की यह कमी जुलाई में पूरी होने की पूरी संभवना है. जुलाई राजधानी के लिए सबसे अधिक बारिश वाला दूसरा महीना रहता है. इस महीने सामान्य तौर पर राजधानी में 210.6 मिलीमीटर बारिश होती है, जबकि सबसे अधिक बारिश अगस्त में 247.7 मिलीमीटर होती है.
यह भी पढ़ेंः पीएम मोदी की कड़वाहट दूर करने ममता दीदी ने भेजे बेहतरीन आम
दिल्ली में मध्य जुलाई तक सामान्य से कम बारिश
आईएमडी ने कहा कि दिल्ली और आसपास के इलाकों में सात जुलाई तक मॉनसून की बारिश होने की संभावना नहीं है और उसके बाद क्षेत्र में इस महीने के मध्य तक सामान्य से कम बारिश होगी. इससे पहले 2012 में मॉनसून दिल्ली में इतनी देर से पहुंचा था. मौसम विभाग ने कहा कि वायुमंडलीय परिस्थितियां बनने में देर होने का प्रभाव पंजाब और हरियाणा सहित क्षेत्र में कृषि कार्यों पर पड़ने की संभावना है, जैसे कि फसलों की बुवाई और रोपाई, सिंचाई, बिजली की जरूरत आदि. मॉनसून राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के हिस्सों को छोड़ कर देश के ज्यादातर हिस्से में पहुंच गया है. 19 जून से कोई प्रगति नहीं दर्ज की गई है. कम ऊंचाई पर पछुआ हवा और प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियों तथा उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर हवा का कम दबाव का क्षेत्र नहीं होना इसके कुछ कारण हैं.
HIGHLIGHTS
- दिल्ली में 7 जुलाई तक मॉनसून की कोई उम्मीद नहीं
- इसके बाद भी मध्य जुलाई तक सामान्य से कम बारिश
- हालांकि आज मिल सकती है दिल्लीवासियों को थोड़ी राहत