कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का शनिवार को यहां स्थित एस्कॉटर्स अस्पताल में निधन हो गया. शीला 15 साल तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रही थीं. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता जितेंद्र कुमार कोचर ने कहा, '81 वर्षीय शीला दीक्षित का एस्कॉटर्स अस्पताल में निधन हो गया.' तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकीं शीला कुछ समय से बीमार चल रहीं थीं.
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दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित ने महिला उत्थान के लिए कई अथक प्रयास किए थे. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ की महिला स्तर समिति में भारत का प्रतिनिधित्व भी पांच सालो (1984 - 89) तक किया. दीक्षित ने यूपी में अपने 82 साथियों के साथ अगस्त 1990 में 23 दिनों की जेल यात्रा की थी, जब वे महिलाओं पर समाज के अत्याचारों के विरोध में उठ खड़ी हुई थी, तब उन्होने प्रदर्शन भी किए थे. इससे भड़के हुए लाखों राज्य के नागरिक इस अभियान से जुड़ें और जेलें भरीं.
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सन् 1970 में शीला दीक्षित ने यंग विमन्स एसोसिएशन की अध्यक्षा भी रहीं थी, जिसके दौरान उन्होंने दिल्ली में दो बड़े महिला छात्रावास खुलवाएं. वो इंदिरा गाँधी स्मारक ट्रस्ट की सचिव भी थी, इस ट्रस्ट ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपना स्थान बनाया है. ये ट्रस्ट शांति, निशस्त्रीकरण एवं विकस के लिये इंदिरा गांधी पुरस्कार देता है और विश्वव्यापी विषयों पर सम्मेलन आयोजित करता है. पूर्व सीएम शीला दीक्षित के संरक्षण में ही, इस ट्रस्ट ने एक पर्यावरण केन्द्र भी खोला है.