वर्ष 2020 में अब तक, दिल्ली सरकार की एन्फोर्समेंट विंग ने 42,404 चालान जारी किए हैं, और 7891 वाहन जब्त किये हैं. कोविड -19 के कारण लॉकडाउन में, दिल्ली के भीतर लोगों की आवाजाही को नियंत्रित करने के सरकारी प्रयासों में सक्रिय भूमिका निभाते हुए एन्फोर्समेंट विंग ने 11,863 वाहन एवं वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई की. दिल्ली सरकार ने अब अपनी इस विंग का विस्तार करने का निर्णय लिया है. परिवहन विभाग की एन्फोर्समेंट विंग के तहत दिल्ली में 30 नई टीमें बनाई गई हैं.
आधुनिक वाहनों एवं उपकरणों से लैस टीमें दिल्ली की सड़कों पर दौड़ने वाले वाहनों के परमिट की शर्तो, ओवरलोडिंग, पर्यावरण क्षतिपूर्ति शुल्क, पर्यावरण जांच के साथ-साथ वाहनों से होने वाले प्रदूषण के कारण मानव जीवन को होने वाले नुकसान से बचाने में सहायक होंगे.
दिल्ली सरकार द्वारा दिल्ली की सड़कों को सुरक्षित बनाने के निरंतर प्रयासों के अंतर्गत परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बुधवार को एन्फोर्समेंट विंग के 30 नए वाहनों को हरी झंडी दिखाई. एन्फोर्समेंट विंग के पास वर्तमान में 50 टीमें हैं, जो पड़ोसी राज्यों के साथ 120 से अधिक एंट्री प्वाइंट्स की जांच करती हैं.
दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग के अंतर्गत एन्फोर्समेंट विंग, मोटर वाहन अधिनियम, 1988 के प्रावधानों को लागू करती है. साथ ही साथ सर्वोच्च न्यायालय सड़क सुरक्षा समिति के आदेशों को लागू करना भी एन्फोर्समेंट विंग की ही जिम्मेदारी है. यह दिल्ली में गैर कानूनी ढंग से प्रवेश करने वाले वाहनों पर मुकदमा चलाती है, माल ढोने वाले वाहनों में ओवरलोडिंग होने पर आवश्यक कार्यवाही करती है, तथा पर्यावरणीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ ध्वनि और वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए उचित कदम भी उठाती है.
469 अधिकारियों और 94 सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स की वर्तमान क्षमता के साथ, परिवहन विभाग की एन्फोर्समेंट विंग, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के साथ मिलकर दिल्ली की सड़कों पर सुरक्षा और व्यवस्था सुनिश्चित करने में सक्रिय भूमिका निभाती है.
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि " प्रवर्तन विंग दिल्ली में सभी प्रमुख सड़क सुरक्षा और पर्यावरण संबंधी पहलों में सक्रिय भागीदार रहा है, जिसमें आड-ईवन ड्राइव के दोनों संस्करण शामिल हैं. इसके साथ ही लॉकडाउन के दौरान भी इस विभाग ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. आज, हम परिवहन विभाग के प्रवर्तन विंग में 30 नए वाहनों को जोड़ रहे हैं, जिससे उनकी कार्यशैली और मजबूत और प्रभावी होगी."
Source : IANS