देश की राजधानी में हर साल की तरह इस बार भी कई जगह रामलीला का मंचन हो रहा है. एक जगह की रामलीला में सीता की भूमिका निभाने वाली युवती डिफेंस सर्विस की तैयारी कर रही हैं और एक 'राम' बैंक में नौकरी करते हैं. 'शूर्पणखा' भी बेरोजगार नहीं हैं, वह एक प्राइवेट कंपनी में काम करती हैं. सीता और शूर्पणखा का किरदार निभाने वाली दोनों कलाकार संस्कृति कला संगम ग्रुप से जुड़ी हुई हैं. यह ग्रुप पिछले 12 सालों से दिल्ली और इसके अलावा अलग-अलग जगहों पर रामलीला करता आ रहा है.
इस ग्रुप के निर्देशक यश चौहान ने मीडिया को बताया, दिल्ली के बड़े मंचों के अलावा, मेरठ, लखनऊ, चित्रकूट, अयोध्या, इंदौर, भोपाल, शिमला, अल्मोड़ा, मसूरी, विजय बाड़ा और बेंगलुरु आदि जगह पर रामलीला की प्रस्तुतियां की गई हैं. हालांकि यह ग्रुप दिल्ली के कड़कड़डूमा में 25 अक्टूबर को संपूर्ण रामलीला करने जा रहा है, जो 3 घंटे की होगी. इस प्रस्तुति में भाग लेने वाले सभी किरदार काफी उत्साहित हैं और तैयारियों में जुटे हुए हैं.
संस्कृति कला संगम ग्रुप की रामलीला में इस साल सीता का किरदार निभानी वाली सुभानषी भारद्वाज ने मीडिया से कहा, मैं डिफेंस सर्विस की तैयारियों में लगी हुई हूं. पिछली बार कामयाबी नहीं मिल सकी थी. इस साल फिर से परीक्षा दूंगी. जहां तक कला क्षेत्र की बात है, तो डांस मेरा पैशन है. मैं बच्चों को कथक सिखाती हूं. म्यूजिक में भी धीरे-धीरे मेरी रुचि बढ़ी है. उन्होंने कहा, मेरे पिताजी एयरफोर्स में कार्यकर्ता है, तो उन्हें कभी कोई शिकायत नहीं रही, क्योंकि स्कूल वक्त से ही मैं डांस कर रहीं हूं. हमने कई जगह परफॉर्म किया है और इस बार दिल्ली में हमें फिर से परफॉर्म करना है.
दरअसल, दिल्ली में छोटी-बड़ी समितियों की करीबन 500 से ज्यादा जगहों पर रामलीला का मंचन होता है. लेकिन इसबार लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण को देखते हुए कुछ ही जगहों पर रामलीलाओं का आयोजन हो पाएगा. दिल्ली की एक निजी कंपनी में काम करने वाली प्रेक्षा वत्स सूर्पनखा का किरदार निभा रही हैं. वह दफ्तर से निकालने के बाद अपने किरदार की तैयारी करती हैं. उन्होंने मीडिया को बताया, नौकरी करने के साथ रामलीला के लिए रिहर्सल करना थोड़ा मुश्किल होता है. मैंने इसी साल इंजीनियरिंग की पढ़ाई खत्म की है और इसी साल मेरी नौकरी लगी है.
उन्होंने कहा, रामलीला करने का काफी शौक है, मुझे 4-5 साल रामलीला करते हुए हो गए हैं. अयोध्या, गोरखपुर, मेरठ के अलावा विभिन्न जगहों पर हमने रामलीला की है. मैं सीता का रोल भी निभा चुकी हूं और कथक करते हुए मुझे 15 साल हो गए. इस बार कुछ समितियों ने रामलीला का मंचन न करने का निर्णय लिया, जबकि कुछ ने सोशल मीडिया का सहारा लेकर यू-ट्यूब और फेसबुक से लोगों तक पहुंचने की तैयारियां कर ली हैं.
मयूर आदर्श कला मंच से जुड़े हिमांशु बिष्ट रामलीला में राम का किरदार निभा रहे हैं. वह आईडीएफसी बैंक में असिस्टेंट मैनेजर की नौकरी करते हैं. उन्होंने बताया, मेरे पिताजी भी रामलीला से जुड़े हुए थे, तभी से रामलीला में किरदार निभा रहा हूं. शुरुआत में हनुमान की सेना में सैनिक का किरदार निभाया, एक बार औरत भी बना, उसके बाद अंगद का किरदार भी निभाया. उन्होंने कहा, 2010 से 2018 तक लक्ष्मण का किरदार निभाया, 2019 से राम का किरदार निभा रहा हूं. दिल्ली के विनोद नगर में 10 दिन रामलीला हो रही है. तीन दिन की लीला हो चुकी है. मेरा बैंक 5 बजे के बाद बंद हो जाता है. उसके बाद 7 बजे तक ग्राउंड में पहुंचकर रिहर्सल करता हूं.
Source : IANS