दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि दिल्ली मेट्रो की सेवा प्रायोगिक आधार पर बहाल होनी चाहिए क्योंकि शहर में कोविड-19 की स्थिति ठीक हो रही है. उन्होंने उम्मीद जतायी कि केंद्र इस पर जल्द फैसला करेगा. शहर में ‘डिजिटल संवाद’ में कारोबारियों, उद्यमियों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली के बाजारों और सड़कों को चांदनी चौक पुनर्विकास परियोजना की तर्ज पर संवारा जाएगा.
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चांदनी चौक का काम नवंबर-दिसंबर तक पूरा होने की संभावना है. उन्होंने कहा, ‘‘मैंने केंद्र से अनुरोध किया है कि दिल्ली से अलग तरीके का व्यवहार होना चाहिए. दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति में सुधार हो रहा है. अगर वे दूसरे शहरों में मेट्रो ट्रेनों को नहीं चलाना चाहते हैं तो कोई बात नहीं. लेकिन दिल्ली मेट्रो की सेवा प्रायोगिक आधार पर चरणबद्ध तरीके से शुरू होनी चाहिए. हमने कई बार केंद्र के समक्ष मुद्दा उठाया है. मुझे उम्मीद है कि केंद्र इस संबंध में जल्द फैसला करेगा. ’’
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मुख्यमंत्री ने शहर में महामारी से प्रभावित अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए अपनी सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों का उल्लेख किया और कहा कि आगामी दिनों में उद्योग क्षेत्र के लिए कुछ बड़ी घोषणाएं की जाएंगी. केजरीवाल ने कारोबारियों को आश्वस्त किया कि कुछ इलाके में सर्किल रेट की विसंगति को दूर किया जाएगा. शहर के विभिन्न बाजारों के व्यापारियों ने संवाद के दौरान मुख्यमंत्री के साथ अपने विचार साझा किए. केजरीवाल ने कहा कि उनके विचार नोट किए गए हैं और आवश्यक कार्रवाई के लिए उन पर विचार किया जाएगा.
DMRC सरकार के आदेश के बाद करेगी तैयारी
दिल्ली मेट्रो के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अनुज दयाल ने कहा कि सरकार के आदेश के बाद दिल्ली मेट्रो का परिचालन शुरू किया जाएगा. कोरोना से लड़ने के लिए सभी जरूरी गाइडलाइन्स को लागू किया जाएगा. यात्रियों की सेफ्टी और सुविधा का पूरा ख्याल रखा जाएगा.
Source : Bhasha/News Nation Bureau